ईरानी संसद के अध्यक्ष ने अमेरिकी परमाणु समझौते पर उठाए सवाल, कहा, ‘ प्रस्ताव में विरोधाभास’..

तेहरान, 10 जून । ईरानी संसद के अध्यक्ष मोहम्मद बाकर कलीबाफ ने कहा कि तेहरान के साथ परमाणु समझौते के लिए हाल ही में अमेरिका का प्रस्ताव “विरोधाभासी और कपटपूर्ण” है, क्योंकि इसमें प्रतिबंध हटाने का उल्लेख नहीं किया गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, तेहरान में संसद के खुले सत्र में कलीबाफ ने उस प्रस्ताव की आलोचना की, जो तेहरान और वाशिंगटन के बीच चल रही अप्रत्यक्ष वार्ता के दौरान मई के अंत में ओमान के माध्यम से लाया गया था।
कलीबाफ ने कहा कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम की शांतिपूर्ण प्रकृति को प्रदर्शित करने के लिए कदम उठाने के लिए तैयार है, जो अमेरिकी प्रतिबंधों का मुकाबला करने के लिए पारित 2020 के कानून के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि बदले में ईरान को प्रतिबंधों को हटाने, आर्थिक लाभों की गारंटी और घरेलू स्तर पर यूरेनियम संवर्धन के अधिकार को जारी रखने की उम्मीद है।
कलीबाफ ने कहा, “तथ्य यह है कि अमेरिकी प्रस्ताव में प्रतिबंधों को हटाने का उल्लेख तक नहीं किया गया है, जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि परमाणु वार्ता में वाशिंगटन का दृष्टिकोण विरोधाभासी और कपट से भरा है।”
उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी कहा कि यदि वे वास्तव में समझौता चाहते हैं तो उन्हें अपने रुख में बदलाव लाना होगा। उन्होंने ट्रंप से इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के “असफल विचारों” का अनुसरण बंद करने का आग्रह किया।
ईरान और अमेरिका ने अप्रैल से ओमान की मध्यस्थता में अप्रत्यक्ष वार्ता के पांच दौर पूरे कर लिए हैं। वार्ता का उद्देश्य प्रतिबंधों में राहत के बदले ईरान की परमाणु गतिविधियों को सीमित करना है। वाशिंगटन ने हाल ही में यूरेनियम संवर्धन पर पूर्ण रोक लगाने की मांग की है, ये एक ऐसी शर्त है जिसे ईरान ने बार-बार अस्वीकार किया है।
सियासी मियार की रीपोर्ट
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