भारत को हांगकांग की चुनौती से रहना चाहिए सावधान..
दुबई, 31 अगस्त। एशिया कप का चौथा मैच आज भारत और हांगकांग टीम के बीच खेला जाएगा, जिसमें दोनों टीमें जीत हासिल करने के लिए एक दूसरे को कड़ी टक्कर देंगी। 2018 में एशिया कप के ग्रुप ए मैच में भारतीय टीम के बल्लेबाज शिखर धवन ने शतक जड़ा था। तब भारत ने रोहित शर्मा की अगुआई में सात विकेट के नुकसान पर 285 रन बनाए थे और टीम ने मैच को 26 रन से जीत लिया था।
हालांकि, हांगकांग के बल्लेबाज निजाकत खान और कप्तान हैनसी रथ ने क्रमश: 92 और 73 रन की पारी खेली थी। सलामी जोड़ी के बीच पहले विकेट के लिए 174 रन की साझेदारी हुई थी। इसके बाद टीम बिखरती चली गई, जिस कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा। गेंदबाज खलील अहमद और युजवेंद्र चहल ने 3-3 विकेट झटके थे। वहीं, कुलदीप यादव ने 2 विकेट हासिल किए थे।
टीम में पाकिस्तान के खिलाड़ी भी शामिल हैं, कोविड महामारी के बाद से टीम मुश्किल दौर से गुजरी है। टी20 प्रारूप में हांगकांग की सबसे बड़ी उपलब्धि आठ साल पहले आई थी, जब उन्होंने 2014 टी20 विश्व कप के पहले दौर में बांग्लादेश को पछाड़ दिया था।
निजाकत ने 3/19 के स्कोर के साथ चौंकाने वाली जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बांग्लादेश ने 20 ओवर में 108 रन बनाए थे। वहीं, हांगकांग के लिए लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं था क्योंकि गेंदबाज शाकिब अल हसन बल्लेबाजों के लिए भारी पड़ रहे थे। हालांकि, टीम ने इरफान अहमद और मुनिर दर के सहयोग से दो विकेट से जीत हासिल की।
फिर हांगकांग का 2018 एशिया कप में भारत के खिलाफ मुकाबला हुआ जहां वे मेन इन ब्लू को हराने के करीब थे। लेकिन पहला विकेट गिरने के बाद टीम बिखर गई। इस बार प्रतियोगिता टी20 प्रारूप में हैं, जो हांगकांग को भारत के खिलाफ एक गंभीर चुनौती देने में मदद कर सकती है। हांगकांग के उसी इलेवन से खेलने की संभावना है जिसने अल अमराट में एशिया कप क्वालीफायर के फाइनल मैच में यूएई को हराया था और टूर्नामेंट में स्थान हासिल करने में मदद की थी।
सियासी मियार की रिपोर्ट