एनसीईआरटी भारतीय भाषाओं के लिये बुनियादी शिक्षण अध्ययन करेगा..
नई दिल्ली,। निपुण भारत मिशन के तहत बाल वाटिका से तीसरी कक्षा तक पठन पाठन को लेकर राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) भारतीय भाषाओं के लिये बुनियादी शिक्षण अध्ययन करेगा और इसके परिणामों के आधार पर मिशन के लक्ष्यों को उन्नत बनाया जायेगा।
शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने संशोधित समग्र शिक्षा योजना का राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्रभावी ढंग से अनुपालन करने के लिये ‘योजना को लागू करने का अद्यतन ढांचा’ तैयार किया है।
इसमें बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन के संदर्भ कहा गया है कि इस विषय में जागरूकता फैलाने तथा सामुदायिक एवं माता पिता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये निपुण भारत मिशन के तहत बाल वाटिका से तीसरी कक्षा तक पठन पाठन से जुड़े लक्ष्य विकसित किये गए हैं।
योजना के अद्यतन अनुपालन ढांचे के दस्तावेज के अनुसार, एनसीईआरटी भारतीय भाषाओं के लिये बुनियादी शिक्षण अध्ययन करेगा और इसके परिणामों के आधार पर मिशन के लक्ष्यों को उन्नत बनाया जायेगा।
इसमें कहा गया है कि लक्ष्यों का निर्धारण बाल बाटिका से शुरू होगा क्योंकि पहले छोटे बच्चों का मूल्यांकन करना कठिन होता था। पठन पाठन के परिणाम हालांकि तीन वर्ष की आयु से आगे प्रारंभ होंगे।
इसमें कहा गया है कि निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा तीन की समाप्ति से सभी बच्चों के लिये सार्वभौम बुनियादी कौशल का लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद है। इसलिये यह बेहद जरूरी है कि अगले पांच वर्षो के लिये योजना तैयार की जाए जिसे वार्षिक योजना एवं लक्ष्यों के हिसाब से बांट लिया जाए।
दस्तावेज के अनुसार, इस संदर्भ में राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के साथ योजना से जुड़ा नमूना प्रारूप पहले ही साझा किया जा चुका है तथा राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की राय के आधार पर इसे संशोधित किया गया है तथा इसे डिजिटल स्वरूप प्रदान किया गया है।
इसमें कहा गया है, ‘‘जल्द ही निपुण भारत पोर्टल शुरू किया जायेगा जिस पर निपुण भारत मिशन के बारे में सभी दस्तावेजों एवं सूचनाओं का ब्यौरा होगा। ’’
शिक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव विपिन कुमार ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा सचिवों, राज्य शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषदों एवं अन्य विभागों को समग्र शिक्षा योजना को लागू करने के लिए अद्यतन ढांचे के बारे में पिछले सप्ताह पत्र लिखा था।
सियासी मीयार की रिपोर्ट