उत्तराखंड : आईएमए पासिंग आउट परेड में 314 कैडेट अधिकारी बनकर सेना में हुए शामिल देहरादून में आईएमए परेड सम्पन्न..
देहरादून, 10 दिसंबर। उत्तराखंड के देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी में शनिवार को 314 कैडेट्स पासिंग आउट परेड में शामिल होकर देश की सेना में अधिकारी बन गए हैं।
परेड शनिवार की प्रात:काल 8 बजकर 55 मिनट पर देहरादून स्थित आईएमए में प्रारंभ हुई। कार्यक्रम में सेंट्रल कमांड के जीओसी इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली। भारत माता तेरी कसम, तेरे रक्षक बनेंगे हम। इस आईएमए गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट परेड मैदान पहुंचे। परेड के बाद निजाम पवेलियन में आयोजित पीपिंग व ओथ सेरेमनी में भाग लेने के बाद सभी जेंटलमैन कैडेट सेना में अफसर बन गए हैं।
देहरादून में आईएम की पासिंग आउट परेड में 11 मित्र देशों के कुल 30 कैडेट्स भी पास आउट हुए हैं। उत्तराखंड के 29 जेंटलमैन कैडेट पास आउट होकर सेना में अफसर बने हैं। पवन कुमार को स्वार्ड ऑफ ऑनर के साथ बेस्ट कैडेट का गोल्ड मेडल मिला है। शनिवार को सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड शुरू हुई। कंपनी सार्जेंट मेजर प्रियांशु त्यागी, नकुल सिंह तोमर, ओंकार, हिमाल श्रीश थापा, असीम आनंद व गौरव चौहान ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली।
इन्हें मिला सम्मान-
आईएमए पासिंग आउट परेड में मिलने वाला प्रतिष्ठित स्वार्ड आफ आनर एवं स्वर्ण पदक सम्मान जेंटलमैन कैडेट पवन कुमार को मिला जबकि रजत पदक जेंटलमैन कैडेट जगजीत सिंह, जेंटेलमैन कैडेट अभिषेक शर्मा रजत पदक टीजीसी प्राप्त हुआ, कांस्य पदक जेंटलमैन कैडेट प्रापु लिखित को और चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर जोजिला कंपनी को प्राप्त हुआ।
दर्शक दीर्घा में छाया रोमांच-
जेंटलमैन कैडेटों के परेड मैदान में आते ही प्रात:काल नौ बजे सर्दी के बावजूद लोगों में गर्मी का एहसास हुआ। एडवांस कॉल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढ़ाते वामशी कृष्णा के नेतृत्व में परेड के लिए पहुंचे। परेड कमांडर पवन कुमार ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स को मंत्रमुग्ध किया। आइएमए बैंड, डोगरा रेजीमेंट बैंड और आर्मी बैंड की धुनों और गुनगुनाती धूप के बीच जांबाजों के एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने ने दर्शक दीर्घा में ऊर्जा का संचार किया।
एक ओर युवा सैन्य अधिकारी अंतिम पग भर रहे थे, दूसरी ओर आसमान से हेलीकॉप्टरों के माध्यम उन पर पुष्प वर्षा हो रही थी। परेड के बाद निजाम पवेलियन में आयोजित पीपिंग व ओथ सेरेमनी में भाग लेने के बाद सभी जेंटलमैन कैडेट सेना में अफसर बन गए।
पास आउट होने वाले कैडेटों ने माइक्रो एयर लाइट क्राफ्ट (पैरा जंपिंग), घुड़सवारी, ट्रिक राइडिंग, रिंग फायर जंपिग, पीईटी डिस्पले आदि साहसिक करतब दिखाकर शारीरिक व मानसिक संतुलन का बेहतरीन प्रदर्शन किया। डेयर डेविल्स शो भी आकर्षण का खास केंद्र रहा। मार्शल आर्ट, जूडो-करांटे, थाई बाक्सिंग में भी शानदार प्रदर्शन कर कैडेटों ने वाहवाही लूटी।
भारतीय सैन्य अकादमी में आयोजित होने वाली पासिंग आउट परेड में शिरकत करने वाले जेंटलमैन कैडेट पास आउट होने से पहले देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैन्य अफसरों की जांबाजी से प्रेरणा लेते हैं।
जो जेंटेलमैन कैडेट अधिकारी बने हैं उनमें सर्वाधिक संख्या उत्तर प्रदेश की रही है। उत्तर प्रदेश के 51, हरियाणा के 30 उत्तराखंड 29, बिहार 24, महाराष्ट्र 21, पंजाब 21, हिमाचल 17, राजस्थान 16, मध्य प्रदेश 13, दिल्ली 13, केरल 10, जम्मू कश्मीर 9, कनार्टक 9, वेस्ट बंगाल 8 तमिलनाडू 7, गुजरात 5, आंध्र प्रदेश 4, असम 4, मिजोरम 3, चंडीगढ़ 2, झारखंड 2, तेलंगाना 2, मणिपुर 2, अरुणाचल1, लद्दाख 1, इंडियन डोमिसाइल नेपाल 1, नागालैंड 1, उड़ीसा 1 तथा त्रिपुरा के 1 जेंटेलमैंन कैडेट अधिकारी बने।
सियासी मियार की रिपोर्ट