देश का पहला हाईड्रोजन जलयान आज पहुंचेगा काशी, महाकुंभ के दौरान होगा संचालन
वाराणसी, 14 जुलाई (वेब वार्ता)। देश का पहला हाईड्रोजन जलयान रविवार को वाराणसी पहुंच सकता है। जलयान नमोघाट आएगा। वहां से सभी घाटों से होते हुए रामनगर मल्टीमाडल टर्मिनल राल्हूपुर ले जाया जाएगा। इसके मद्देनजर इंडियन वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने मल्टीमॉडल टर्मिनल का जायजा लिया। वहीं हाईड्रोजन प्लांट को लेकर भी अधिकारियों ने मीटिंग की। इस दौरान विशेष दिशा-निर्देश दिए।
आईडब्ल्यूएआई अधिकारियों के अनुसार जलयान को मल्टीमॉडल टर्मिनल राल्हूपुर में खड़ा कराया जाएगा। महाकुंभ के दौरान वाराणसी से प्रयागराज के बीच जलयान का संचालन किया जाएगा। इस समय गंगा में पानी पर्याप्त है। इसलिए आसानी से जलयान पहुंच जाएगा। वरना गाजीपुर से वाराणसी आने में मुश्किल होती। हाईड्रोजन जलयान का संचालन पर्यटन विभाग के जिम्मे होगा। फिलहाल जलयान के अंदर हिस्से में कई काम होने हैं। सजावट और लाइटिंग पर काम किया जाना है।
जलयान के लिए डाईड्रोजन ईंधन की आपूर्ति के लिए बनारस में गंगा किनारे डाईड्रोजन प्लांट भी बनाए जाएंगे। यह देश का पहला डाईड्रोजन जलयान है। पहली बार वाराणसी में हाईड्रोडन जलयान का संचालन किया जाएगा। यह प्रयोग सफल रहा तो भविष्य में और कई हाईड्रोजन जलयान का संचालन किया जाएगा। इससे जलप्रदूषण से भी काफी हद तक निजात मिलेगी।
देश का पहला हाईड्रोजन जलयान आज पहुंचेगा काशी, महाकुंभ के दौरान होगा संचालन..
-वाटरवेज अथारिटी के अफसरों ने मल्टीमाडल टर्मिनल राल्हूपुर का किया निरीक्षण
-हाईड्रोजन प्लांट के बाबत की बैठक, राल्हूपुर में खड़ा किया जाएगा हाईड्रोजन जलयान
-महाकुंभ के दौरान वाराणसी-प्रयागराज के बीच जलयान का किया जाएगा संचालन
वाराणसी, 14 जुलाई (वेब वार्ता)। देश का पहला हाईड्रोजन जलयान रविवार को वाराणसी पहुंच सकता है। जलयान नमोघाट आएगा। वहां से सभी घाटों से होते हुए रामनगर मल्टीमाडल टर्मिनल राल्हूपुर ले जाया जाएगा। इसके मद्देनजर इंडियन वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने मल्टीमॉडल टर्मिनल का जायजा लिया। वहीं हाईड्रोजन प्लांट को लेकर भी अधिकारियों ने मीटिंग की। इस दौरान विशेष दिशा-निर्देश दिए।
आईडब्ल्यूएआई अधिकारियों के अनुसार जलयान को मल्टीमॉडल टर्मिनल राल्हूपुर में खड़ा कराया जाएगा। महाकुंभ के दौरान वाराणसी से प्रयागराज के बीच जलयान का संचालन किया जाएगा। इस समय गंगा में पानी पर्याप्त है। इसलिए आसानी से जलयान पहुंच जाएगा। वरना गाजीपुर से वाराणसी आने में मुश्किल होती। हाईड्रोजन जलयान का संचालन पर्यटन विभाग के जिम्मे होगा। फिलहाल जलयान के अंदर हिस्से में कई काम होने हैं। सजावट और लाइटिंग पर काम किया जाना है।
जलयान के लिए डाईड्रोजन ईंधन की आपूर्ति के लिए बनारस में गंगा किनारे डाईड्रोजन प्लांट भी बनाए जाएंगे। यह देश का पहला डाईड्रोजन जलयान है। पहली बार वाराणसी में हाईड्रोडन जलयान का संचालन किया जाएगा। यह प्रयोग सफल रहा तो भविष्य में और कई हाईड्रोजन जलयान का संचालन किया जाएगा। इससे जलप्रदूषण से भी काफी हद तक निजात मिलेगी।
सियासी मियार की रीपोर्ट