मोठ बीन का पानी पीने से बढ़ता है खून, कब्ज-बवासीर का भी होगा नाश…
मोठ बीन एक तरह की दाल है जिसका इस्तेमाल कई तरह के व्यंजनों में किया जाता है। अक्सर लोग मसूर, चना, अरहर या उड़द जैसी दालों का सेवन करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोठ की दाल पोषक तत्वों के मामले में इनसे एक कदम आगे है. यह दाल प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों का पावरहाउस है।
न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा के अनुसार, मोठ की दाल को भिगोने या उबालने से निकलने वाला पानी, जिसे मोठ की दाल का पानी कहा जाता है, कई स्वास्थ्य लाभ देता है और इसे आप रोजाना पी सकते हैं। इस दाल का पानी पीकर आप कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं और बीमारी में होने वाला लाखों का खर्च बच सकता है।
मोठ की दाल के पोषक तत्व
मोठ की दाल प्रोटीन, फाइबर, विटामिन (जैसे फोलेट, विटामिन बी6 और विटामिन सी) और मिनरल्स (लोहा, पोटेशियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस) जैसे जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होती है। ये सभी पोषक तत्व शरीर के बेहतर कामकाज और अच्छी सेहत के लिए जरूरी हैं।
शरीर से निकालती है विषाक्त पदार्थ
मोठ की दाल का पानी शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी लाभकारी है। यह किडनी को ठीक से काम करने में मदद करता है और यूरिनरी सिस्टम को स्वस्थ रखता है।
कब्ज और बवासीर का बढ़िया इलाज
मोठ की दाल फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद करता है। यह कब्ज को रोकता है और मल त्याग को नियमित करता है। मोठ की दाल का पानी पीने से पाचन क्रिया ठीक रहती है और बवासीर जैसी समस्या से बचने में मदद मिलती है।
वजन होता है कम
मोठ की दाल में कैलोरी कम होती है और प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो वजन घटाने या वजन को कंट्रोल करने वाली डाइट के लिए फायदेमंद होती है। मोठ की दाल का पानी आपको लंबे समय तक भरे रहने का एहसास करा सकता है, जिससे आप कम खाएंगे और कुल कैलोरी का सेवन कम हो जाएगा।
शरीर में बढ़ाती है खून की मात्रा
मोठ की दाल आयरन का अच्छा स्रोत है। आयरन रेड ब्लड सेल्स बनाने में मदद करता है और आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया से बचाता है। मोठ की दाल का पानी पीने से आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है।
ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल
मोठ की दाल में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। यह फाइबर शरीर में शुगर के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे खून में शुगर का लेवल कंट्रोल रहता है। डायबिटीज या इंसुलिन रेजिस्टेंस वाले लोगों के लिए मोठ की दाल का पानी फायदेमंद हो सकता है।
मोठ की दाल का पानी बनाने का तरीका
-मोठ की दाल को बहते पानी में अच्छे से धो लें।
-धोई हुई दाल को किसी बर्तन में पानी के साथ कुछ घंटों या रातभर के लिए भिगो दें।
-भीगी हुई दाल को छान लें और पानी को इकट्ठा कर लें।
-इस पानी को पिएं या फिर स्वाद के लिए इसमें नींबू का रस, पुदीने की पत्तियां या चुटकी भर नमक मिला सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।)
सियासी मियार की रीपोर्ट