बिना साधनों के संपूर्ण समाज को साथ लेकर चले श्रीराम : यादव
भोपाल, 13 अक्टूबर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि दशहरे का पावन पर्व भगवान श्रीराम की उस कार्यशैली और आदर्शों को सामने रखता है, जिसमें उन्होंने बिना साधनों के समाज को साथ लेकर चलने का संदेश दिया।
डॉ यादव कल देर रात स्थानीय बिट्टन मार्केट में दशहरा उत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का दशहरा इसलिए अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि 500 वर्ष के संघर्ष के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम मुस्कुरा रहे हैं। मध्यप्रदेश में इस वर्ष दशहरे पर पूरे प्रदेश में शस्त्र-पूजन के कार्यक्रम हुए हैं। हम विजयादशमी पर लोकमाता अहिल्यादेवी के लोक कल्याणकारी कार्यों का स्मरण कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देवता शास्त्रों के साथ शस्त्र लेकर चलते थे। उन्होंने शस्त्र-पूजन की परम्परा प्रारंभ की थी।लोकमाता देवी अहिल्या बाई की नगरी रही महेश्वर में दशहरे पर शस्त्र-पूजन समारोह में शामिल होकर लोकमाता के कार्यों का स्मरण किया। लोकमाता अहिल्या बाई ने काशी, विश्वनाथ, द्वारका और अन्य देव्य स्थानों के निर्माण और विकास में योगदान दिया। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कार्य करते हुए सुशासन के आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किए। महेश्वर के कुटीर उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण कदम उठाए। आज महेश्वरी साड़ी विश्व प्रसिद्ध है। डॉ यादव ने इस अवसर पर भगवान श्रीराम के स्वरूप की आराधना कर उनका राजतिलक किया।
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