कान्स फिल्म फेस्टिबल में हुयी फिल्म 1946: डायरेक्ट एक्शन डे- दि इरेज़्ड हिस्ट्री ऑफ बंगाल की स्क्रींनिग…

कान्स, । पीपल मीडिया फैक्ट्री की फिल्म 1946: डायरेक्ट एक्शन डे- दि इरेज़्ड हिस्ट्री ऑफ बंगाल की स्क्रींनिग 78वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में की गयी। विजय येलाकांती द्वारा लिखित और निर्देशित फिल्म 1946: डायरेक्ट एक्शन डे- दि इरेज़्ड हिस्ट्री ऑफ बंगाल (पूर्व शीर्षक: माँ काली) ने 78वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपनी स्क्रीनिंग के बाद वैश्विक स्तर पर जबरदस्त सराहना और ध्यान प्राप्त किया।
इस प्रतिष्ठित मंच पर फिल्म के मुख्य कलाकार अभिषेक सिंह ने फिल्म के नए शीर्षक का आधिकारिक अनावरण किया, जो भारतीय सिनेमा के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि बन गई।दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सिनेमा मंचों में से कान्स में फिल्म की स्क्रीनिंग को दर्शकों ने स्टैंडिंग ओवेशन और वंदे मातरम् के नारों के साथ सराहा। दर्शकों ने फिल्म की सशक्त कहानी और भारत-पाकिस्तान के इतिहास के एक लगभग भूले जा चुके अध्याय को उजागर करने के लिए गहरी प्रशंसा व्यक्त की।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिले फीडबैक के आधार पर, फिल्म निर्माताओं ने ऐसा टाइटल चुना जो वैश्विक दर्शकों से अधिक जुड़ाव बना सके। इस प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए, फिल्म का नाम बदला गया और नया शीर्षक रखा गया: 1946: डायरेक्ट एक्शन डे- दि इरेज़्ड हिस्ट्री ऑफ बंगाल, जो फिल्म की ऐतिहासिक विषयवस्तु को अधिक सटीक रूप से दर्शाता है। यह फिल्म 16 अगस्त 1946 की भयानक घटनाओं और साम्प्रदायिक हिंसा पर आधारित है, जिसने भारत के बंटवारे की नींव रखी थी। राइमा सेन और अभिषेक सिंह द्वारा निभाए गए प्रमुख किरदारों ने विभाजन-पूर्व भारत में हिंदुओं के संघर्ष और भावनात्मक पीड़ा को बेहद प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।
कान्स में अपने अनुभव को साझा करते हुए अभिषेक सिंह ने कहा, ‘1946: डायरेक्ट एक्शन डे- दि इरेज़्ड हिस्ट्री ऑफ बंगाल’ जैसी फिल्म का इस ऐतिहासिक मंच तक पहुँचना मेरे लिए बेहद विनम्र और गर्व का क्षण था। यह फिल्म अपने भावनात्मक गहराई के साथ उस इतिहास को सामने लाती है जिसे जानना और याद रखना ज़रूरी है। इस नई पहचान के साथ फिल्म को विश्व मंच पर प्रस्तुत करना हम सभी के लिए एक यादगार पल था। मुझे इस शक्तिशाली कथा का हिस्सा बनने पर गर्व है और उम्मीद करता हूँ कि यह दुनियाभर के दर्शकों से जुड़ सकेगी।
गौरतलब है कि यह फिल्म पहले ही वैश्विक फिल्म समारोहों में 15 पुरस्कार जीत चुकी है, जिनमें जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट पॉलिटिकल फिल्म और स्वीडिश इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट प्रोड्यूसर का खिताब शामिल है। इस फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर पिछले साल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में हुआ था।टी.जी. विश्व प्रसाद और कृति प्रसाद द्वारा निर्मित यह फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज़ होने के लिए तैयार है।
सियासी मियार की रीपोर्ट