श्रीलंका की दो दिवसीय यात्रा करेंगे चीन के विदेश मंत्री…
कोलंबो, 08 जनवरी । चीन के विदेश मंत्री वांग यी श्रीलंका के साथ राजनयिक संबंधों की 65वीं वर्षगांठ के अवसर पर दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को यहां आएंगे और देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। श्रीलंका के विदेश सचिव जयनाथ कोलंबेज ने बताया कि वांग मालदीव से यहां पहुंचेंगे और श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और विदेश मंत्री जी एल पीरिस से मुलाकात करेंगे।
वांग यी ऐसे समय में श्रीलंका की यात्रा पर आ रहे हैं, जब दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 65वीं वर्षगांठ है और श्रीलंका-चीन रबड़ चावल समझौते की 70वीं वर्षगांठ है। दोनों देशों के बीच यह समझौता 1952 में हुआ था, जिसके तहत कोलंबो ने चावल के बदले बीजिंग को रबड़ की आपूर्ति की थी और इसके बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना एवं व्यापार का विस्तार हुआ था। इस अवसर पर मध्य कोलंबो में चीन निर्मित बंदरगाह शहर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कोलंबेज ने कहा कि चीनी विदेश मंत्री की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच नए निवेश समझौतों पर मुहर लग सकती है। दोनों देशों के बीच संबंधों में हालिया महीनों में तनाव पैदा हो गया है। श्रीलंका द्वारा जैविक उर्वरक की एक खेप को अस्वीकार किए जाने का चीन ने विरोध किया था। स्थानीय किसानों और कुछ विशेषज्ञों ने इस खेप के दूषित होने का दावा किया था। इससे पहले, चीन ने श्रीलंका के तीन द्वीपों पर हाइब्रिड ऊर्जा संयंत्र लगाने की परियोजना को किसी ‘‘तीसरे पक्ष’’ के ‘‘सुरक्षा संबंधी चिंताएं’’ जताए जाने का हवाला देते हुए दिसंबर में रोक दिया था। चीन की यह घोषणा इन खबरों के बीच आई थी कि भारत ने इस परियोजना के स्थल को लेकर चिंता व्यक्त की है।
सियासी मियार की रिपोर्ट