धर्म को अंधविश्वास बताने पर अखिलेश पर केशव ने साधा निशाना
लखनऊ, 11 जनवरी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तारीखों की घोषणा के बाद से ही राजनीतिक सक्रिय हो गए हैं। नेता विरोधियों पर आरोप-प्रत्यारोप की बौछार कर रहे हैं। यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा मुखिया अखिलेश द्वारा धर्म को अंध विश्वास बताने पर निशाना साधा, इतना ही नहीं उन्होंने अखिलेश यादव को अपने बयान पर माफी मांगने को कहा है।
ज्ञात हो कि एक चैनल पर बातचीत करते हुए अखिलेश यादव से पूछा गया कि मुख्यमंत्री रहते हुए कभी नोएडा क्यों नहीं आए तो इस पर उन्होंने कहा कि वहां जो भी जाता है वो फिर कभी मुख्यमंत्री नहीं बनता। अपनी इसी बात को कहने के बाद वो ये कहकर हमारे बाबा भी नोएडा गए थे। वे इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। इस अंधविश्वास पर सवाल किए जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि धर्म भी एक तरह का अंधविश्वास होता है।
यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि धर्म को अंधविश्वास बताते हुए भगवान कृष्ण पर सपा मुखिया अखिलेश यादव के बयान से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उनके इस बयान से काफी लोग आहत हैं। मैं तो चाहता हूं कि वह अपने इस बयान पर माफी मांगें। धर्म में तो करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी होती है। अखिलेश यादव लोगों की आस्था से खेल रहे हैं।
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केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस के विधायक इमरान मसूद को समाजवादी पार्टी में शामिल करने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इमरान मसूद को पार्टी में शामिल कर अखिलेश यादव ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है। उनकी मंशा साफ है कि 2022 में कई सीट जीतने के प्रयास में वह कई गुंडों के साथ अपराधियों को भी मोर्चे पर लगा देंगे।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम विधानसभा चुनाव में 300 से अधिक सीट जीतेंगे। समाजवादी पार्टी के बारे में उन्होंने कहा कि दस मार्च को 11 बजे सपा के 12 बजेंगे। सपा तो इस बार अर्धशतक भी नहीं लगा सकेगी। इसी कारण उन्होंने चुनाव में डिजिटल प्रचार के माध्यम का विरोध किया। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि वह अपनी हार स्वीकार कर चुके हैं।
ज्ञात हो कि यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में भाग लेने नई दिल्ली पहुंचे हैं। दिल्ली में पार्टी के मुख्यालय में होने वाली इस बैठक में वह प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मंथन में शामिल होंगे।
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