यमन की जेल पर हमले से दुखी संयुक्त राष्ट्र महासचिव, वार्ता पर दिया जोर…
न्यूयार्क, 22 जनवरी । संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब के नेतृत्व वाली अरब गठबंधन सेना द्वारा हाउती विद्रोहियों के सफाये के लिए यमन की जेल पर किए गए हमले से संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश दुखी हैं। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए हिंसाग्रस्त पक्षों से वार्ता पर जोर दिया है।
यमन की जेल पर हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने महासचिव की ओर से एक बयान जारी किया, जिसमें शुक्रवार को हुई बमबारी पर क्षोभ जताया गया है। वक्तव्य में कहा गया है कि सऊदी अरब के नेतृत्व में गठबंधन सेना यमन में अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार के समर्थन में, विद्रोही अन्सार अल्लाह गुट (हाउती लड़ाकों) से जूझ रही है। वर्ष 2015 से हाउती लड़ाकों का राजधानी सना सहित देश के अधिकतर इलाकों पर नियंत्रण है। इस सप्ताह सोमवार को हाउती लड़ाकों ने गठबंधन के साझीदार संयुक्त अरब अमीरात पर हमला किया था, जिसके बाद से हिंसक टकराव में तेजी आयी है। बताया गया है कि इस कार्रवाई में बच्चे भी हताहत हुए हैं। महासचिव ने सभी पक्षों को ध्यान दिलाया है कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के अंतर्गत, आम नागरिकों एवं नागरिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जाना वर्जित है। महासचिव ने इन घटनाओं की तुरन्त, प्रभावी और पारदर्शी जांच कराए जाने का आग्रह किया है, ताकि जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने युद्धरत पक्षों से जल्द से जल्द हिंसा में कमी लाने को कहा है। महासचिव ने कहा है कि यह राजनैतिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और हिंसक संघर्ष का, वार्ता के ज़रिये समाधान ढूंढने के लिए महत्वपूर्ण है।
सियासी मियार की रिपोर्ट