बिहार के रोहतास से 150 साल से अधिक पुरानी धूप घड़ी चोरी…
डेहरी आन सोन, 09 फरवरी। बिहार में रोहतास जिले के डेहरी नगर थाना क्षेत्र के अति सुरक्षित क्षेत्र माने जाने वाले एनीकट सिंचाई कर्मशाला के पास 1871 में निर्मित धूप घड़ी की मंगलवार रात चोरी कर ली गई ।बुधवार सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने धूप घड़ी के प्लेट के चोरी को देख दंग रह गए। इस धरोहर के चोरी होने से शहरवासी आक्रोशित हैं।
पुलिस मौके पर पहुंचकर तहकीकात कर रही है। शहर का यह यह इलाका अति सुरक्षित माना जाता है। यही शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआईजी जिले के एसपी बीएसएपी के कमांडेंट एसडीपीओ एसडीएम समेत प्रशासनिक पदाधिकारियों के आवास और कार्यालय हैं। इस मार्ग पर 24 घंटे पुलिस अधिकारियों व कर्मियों का आना-जाना लगा रहता है। चोरों की निर्भीकता पर लोग अचंभित हैं।
वर्ष 1871 में सोन नहर प्रणाली के निर्माण के समय का बना सिचाई यांत्रिक कर्मशाला में कार्यरत कर्मियों व आईटीआई के छात्रों को समय देखने का काम आता था। अभी भी स्थानीय लोगो के समय देखने में काम आती थी। राजकीय इकलौती ऐसी घड़ी है, जिससे सूरज के प्रकाश के साथ-साथ समय का पता चलता है।समय बदला विज्ञान के विभिन्न डिजाइन की घड़ियों का इजाद किया लेकिन डेढ़ सौ वर्ष पुरानी घड़ी तब से लगातार आज भी लोगों को सही समय बताने का काम कर रही थी। रख-रखाव के अभाव में इस धरोहर को नुकसान पहुंच रहा था।
हाल ही में जिला प्रशासन ने इस घड़ी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए प्रस्ताव पर्यटन विभाग को भेजा था। सिचाई यांत्रिक कर्मशाला के सामने चबूतरे पर स्थापित धूप घड़ी में रोमन और हिंदी में अंक अंकित है। इस पर सूर्य के प्रकाश से समय देखा जाता था। इसी के चलते इसका नाम धूप घड़ी रखा गया था।
सियासी मियार की रिपोर्ट