सेबी के पास आज दाखिल हो सकता है एलआईसी का ड्राफ्ट पेपर, प्रपोजल को इरडा से मिल चुकी है मंजूरी…
नई दिल्ली, 11 फरवरी । इंश्योरेंस सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) अपने आईपीओ के लिए आज भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास ड्राफ्ट पेपर यानी ड्राफ्ट रेड हियररिंग प्रोस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल कर सकती है।…
इसके पहले एलआईसी के आईपीओ के प्रपोजल को इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईआरडीएआई) ने बुधवार को ही बोर्ड मीटिंग में मंजूरी दी थी।
माना जा रहा है कि भारतीय जीवन बीमा निगम अगले महीने मार्च के दूसरे पखवाड़े में अपना आईपीओ ला सकती है। एलआईसी का ये आईपीओ देश का अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है। अभी तक जो खबरें आ रही हैं, उसके मुताबिक इस आईपीओ का साइज 60 से लेकर 70 हजार करोड़ रुपये के बीच हो सकता है। इस आईपीओ के जरिए एलआईसी पहले चरण में अपनी पांच प्रतिशत हिस्सेदारी को बेच सकती है।
पहले एलआईसी की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचे जाने की बात कही गई थी, लेकिन केंद्र सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए पहले से तय विनिवेश लक्ष्य को 1.75 लाख करोड़ रुपये से कम करके 78 हजार करोड़ रुपये कर दिया है। सरकार द्वारा विनिवेश लक्ष्य में कमी किए जाने की वजह से ही एलआईसी की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी की जगह अब पांच प्रतिशत हिस्सेदारी को ही बेचे जाने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि एलआईसी की विनिवेश के लिए पहले तय की गई 10 प्रतिशत हिस्सेदारी से बची हुई शेष 5 प्रतिशत हिस्सेदारी अगले वित्त वर्ष में बाजार की अनुकूलता को देखते हुए बेची जा सकती है।
बताया जा रहा है कि आज सेबी के पास फाइल किए जाने वाले ड्राफ्ट पेपर (डीआरएचपी) में भारतीय जीवन बीमा निगम के अनुमानित वैल्यूएशन का उल्लेख करने के साथ ही एलआईसी की बेची जाने वाली हिस्सेदारी का भी उल्लेख किया जाएगा। माना जा रहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र की इस बीमा कंपनी का वैल्यूएशन 15 लाख करोड़ रुपये तक हो सकता है। इस तरह से मार्केट कैप के मामले में एलआईसी देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन सकती है। फिलहाल रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड करीब 16 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है।
एलआईसी के आईपीओ में पॉलिसी धारकों और कर्मचारियों का विशेष ध्यान रखे जाने की बात कही जा रही है। एलआईसी ने पहले ही अपने आईपीओ में 10 प्रतिशत हिस्सा अपने पॉलिसी धारकों के लिए रिजर्व कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी अपने पॉलिसी धारकों और कर्मचारियों को प्राइस बैंड में भी 5 प्रतिशत तक का डिस्काउंट दे सकती है।
सियासी मियार की रिपोर्ट