माता-पिता ने ऑफलाइन क्लास करने का दबाव बनाया तो आईआईटी की छात्रा ने दे दी जान
विजयनगरम, 17 फरवरी । राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ नॉलेज टेक्नोलॉजीज (आईआईटी-श्रीकाकुलम) में पढ़ रहीं आंध्र प्रदेश के विजयनगरम की रहने वाली छात्रा ने 16 फरवरी को हॉस्टल के कमरे में फांसी लगा ली। कॉलेज के अधिकारियों को इस घटना का पता तब लगा जब कुछ लड़कियों ने देखा कि बच्ची का कमरा अंदर से बंद था।
बताया जा रहा है कि छात्रा अपने माता-पिता द्वारा ऑफलाइन कक्षाओं में भाग लेने की जिद की वजह से परेशान थी। दरवाजा तोड़ने पर अधिकारियों ने उसे पंखे से लटका पाया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कथित तौर पर उसके माता-पिता ने उसे उसकी इच्छा के विरुद्ध ऑफलाइन कक्षाओं में भाग लेने के लिए मजबूर किया था। फांसी लगाने वाली लड़की कोंडापल्ली मनीषा अंजू, विजयनगरम के नेल्लीमारला की रहने वाली है। वह आईआईटी-श्रीकाकुलम की प्रथम वर्ष की छात्रा थी। वह शैक्षणिक वर्ष शुरू होने के बाद से ऑनलाइन मामलों में भाग ले रही थी।
विस्तार से जानें क्या है मामला
एक बार जब कोरोना के मामले कम होने लगे, तो कॉलेज के अधिकारियों ने छात्रों को सूचित किया कि सभी छात्र-छात्राएं ऑनलाइन कक्षाएं जारी रख सकते हैं या ऑफलाइन कक्षाओं में आना शुरू कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लड़की के ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने की इच्छा के बावजूद, उसके माता-पिता ने जोर देकर कहा कि वह ऑफलाइन कक्षाओं में शामिल हो। नहीं मानने पर माता पिता ने उसे उसके कॉलेज आईआईआईटी-श्रीकाकुलम छोड़ आए। इसके बाद से ही छात्रा नाराज हो गई थी।
अपने माता-पिता से नाराज लड़की ने अपना मोबाइल फोन बस में फेंक दिया। उसके माता-पिता ने अगले दिन उसके लिए एक नया फोन खरीदा। बुधवार को कुछ छात्राओं ने देखा कि उनका कमरा अंदर से बंद है और उन्होंने इसकी सूचना कॉलेज प्रशासन को दी।
धारा 174 के तहत संदिग्ध मौत का मामला दर्ज
कमरे में प्रवेश करने पर पुलिस अधिकारियों ने देखा कि लड़की पंखे से लटकी हुई है। एचरला सब-इंस्पेक्टर के रामू ने कहा कि आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 174 (संदिग्ध मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सियासी मियार की रिपोर्ट