सबका प्रयास की भावना से देश में जनभागीदारी को मजबूती: मोदी….
नई दिल्ली, 27 फरवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सबका प्रयास की भावना देश में जनभागीदारी को मजबूत करती है और आठ वर्ष पहले शुरू किए गए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ की सफलता इसका प्रमाण है।
रविवार को श्री मोदी ने रेडियो के अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात के दौरान देश को संबोधित करते हुए कश्मीर के श्रीनगर में चल रहे ‘मिशन जल थल’ का उदाहरण देते हुए कहा कि जब जनभागीदारी हो तो बड़े से बड़े लक्ष्य अवश्य पूरे होते हैं।
उन्होंने मिशन जल थल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह श्रीनगर की झीलों और तालाबों की साफ-सफाई और उनकी पुरानी रौनक लौटाने का एक अनोखा प्रयास है। जनभागीदारी के साथ-साथ इसमें तकनीक की भी मदद ली जा रही है। कहां-कहां अतिक्रमण हुआ है, कहां अवैध निर्माण हुआ है, इसका पता लगाने के लिए इस क्षेत्र का सर्वेक्षण कराया गया। इसके साथ ही प्लास्टिक कूड़े को हटाने और कचरे की सफाई का अभियान भी चलाया गया। अब यहां के स्थानीय लोग गिल सार लेक में प्रवासी पक्षियों और मछलियों की संख्या बढ़ती रहे इसके लिए भी प्रयास कर रहे हैं और उसको देखकर खुश भी होते हैं। “
श्री मोदी ने कहा कि भारत में कहीं पर भी जाएंगे तो पाएंगे कि हर तरफ स्वछता के लिए कोई न कोई प्रयास जरुर हो रहा है। असम के कोकराझार में एक समूह ने ‘स्वच्छ और हरित कोकराझार’ मिशन के तहत बहुत प्रशंसनीय पहल की है। इन सबने नए पुल क्षेत्र में तीन किलोमीटर लम्बी सड़क की सफाई कर स्वच्छता का प्रेरक सन्देश दिया।
उन्होंने कहा कि विशाखापट्नम में ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत पॉलीथिन के बजाए कपड़े के थैलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहाँ के लोग पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सिंगल यूज़ प्लास्टिक उत्पादों के खिलाफ अभियान भी चला रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने स्वच्छता के क्षेत्र में जागरूकता बढ़ा रहे और सराहनीय कार्य कर रहे लोगों और समूहों को बधाई देते हुए कहा कि मुंबई के सोमैया विद्यालय के छात्रों ने स्वछता के अपने अभियान में सुन्दरता को भी शामिल कर लिया है। इन्होंने कल्याण रेलवे स्टेशन की दीवारों को सुन्दर पेंटिंग्स से सजाया है। राजस्थान के सवाई माधोपुर के युवाओं ने रणथंभौर में ‘मिशन बीत प्लास्टिक’ नाम का अभियान चला रखा है। जिसमें रणथंभौर के जंगलों से प्लास्टिक और पॉलीथीन को हटाया गया है।
सियासी मियार की रिपोर्ट