30 करोड़ 51 लाख से अधिक कोविड टीका लगाने वाला उप्र अकेला राज्य…
–कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी के दिशा-निर्देश…
–प्रदेश में अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों की व्यवस्था को दुरुस्त करने के भी निर्देश…
लखनऊ, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। 30 करोड़ 51 लाख से अधिक कोविड टीके की डोज लगाने और 10 करोड़ 93 लाख से अधिक सैम्पल की जांच करने वाला एकमात्र राज्य उत्तर प्रदेश है। 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 289 कोविड मरीजों का उपचार हो रहा है। अन्य राज्यों के सापेक्ष उत्तर प्रदेश की स्थिति बहुत संतोषप्रद है।
मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को लोकभवन में उच्चाधिकारियों की बैठक करते हुए कहा कि प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के हर नागरिक को टीका लग चुका है। 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज दिए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रदेश में लगभग 700 निजी टीकाकरण केंद्रों पर बूस्टर डोज लगाए जा रहे हैं। सभी पात्र लोग बूस्टर डोज अवश्य लगवाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी नियत शुल्क से अधिक की वसूली न हो।
उन्होंने कहा कि 85 प्रतिशत से अधिक पात्र वयस्क टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। 15-17 आयु वर्ग के लगभग 93 फीसदी किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों में से 25 लाख बच्चों को टीकाकवर मिल चुका है। इसे सतत जारी रखा जाए। 12-14 आयु वर्ग का टीकाकरण तेज किया जाए। पिछले 24 घंटों में 90 हजार 250 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें मात्र 37 नए कोरोना पॉजिविट पाए गए। इसी अवधि में 36 लोग उपचार के बाद कोरोना मुक्त भी हुए। नोएडा-गाजियाबाद में 25 नए केस मिले हैं, ऐसे में दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए। प्रदेश में नेशनल सेंटर फॉर डिज़ीज कंट्रोल (एनसीडीसी) की शाखा खोली जानी चाहिए। इस सम्बंध में राज्य सरकार निःशुल्क भूमि उपलब्ध कराएगी। भारत सरकार के सहयोग से आवश्यक कार्यवाही तेजी से आगे बढ़ाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में संचारी रोग अभियान प्रभावी रूप से संचालित हो रहा है। शीघ्र ही दस्तक अभियान भी प्रारंभ होगा। 10 अप्रैल से साप्ताहिक मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेलों की शुरुआत भी हो चुकी है। संचारी रोग व दस्तक अभियान को जन आरोग्य मेलों से जोड़ा जाए, ताकि अधिकाधिक लोग लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि नर्सिंग सेवा स्वास्थ्य सुविधाओं की रीढ़ है। इस क्रम में प्रदेश के सभी नर्सिंग कॉलेजों में शिक्षण-प्रशिक्षण का सुव्यवस्थित होना आवश्यक है। कतिपय क्षेत्रों से बगैर मान्यता के नर्सिंग कॉलेजों के संचालन की सूचना प्राप्त हुई है। इनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के क्रम में 16 जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोले जाने हैं। विगत दिनों सम्भल और महराजगंज में पीपीपी मॉडल के सम्बंध में एमओयू भी हो चुका है। शेष जिलों में कार्यवाही तेजी से आगे बढ़ाई जाए। प्राचार्यों की नियुक्ति में कार्यकुशलता, कर्मठता, विजन और योग्यता पर विशेष ध्यान दिया जाए। बलरामपुर में केजीएमयू के सैटेलाइट सेंटर की स्थापना की कार्यवाही तेजी से आगे बढ़ाया जाए।
योगी ने कहा कि कोरोना के दौरान देश के कुछ राज्यों में अस्पतालों में आग लगने की दुःखद घटना घटी। यह हमारी चाक-चौबंद व्यवस्थाओं का ही परिणाम था कि प्रदेश में ऐसी दुर्घटना नहीं हुई। एक बार पुनः प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों में फायर सेफ्टी की व्यवस्था की भौतिक समीक्षा की जाए। जहां कमी हो, वहां तत्काल व्यवस्था ठीक की जाए। यह काम अभियान के रूप में तत्काल किया जाना चाहिए।
सियासी मीयार की रिपोर्ट