मैक्रों ने रूस से संबंध, हिजाब पर प्रतिबंध को लेकर अपनी प्रतिद्वंद्वी ले पेन पर साधा निशाना…
पेरिस, 21 अप्रैल। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक टेलीविजन बहस में अपनी प्रतिद्वंद्वी एवं कट्टर दक्षिणपंथी मरिन ले पेन पर रूस के साथ उनके संबंधों और मुस्लिम महिलाओं को सार्वजनिक स्थान पर हिजाब पहने (अपना सिर ढंकने) के अधिकार से वंचित करने को लेकर निशाना साधा।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले दोनों के बीच बहस के दौरान मैक्रों ने यह बयान दिया। फ्रांस में दूसरे दौर का मतदान 24 अप्रैल को होना है, जिसमें मैक्रों का मुकाबला दक्षिणपंथी प्रतिद्वंद्वी मरीन ले पेन से है। पहले दौर का मतदान 10 अप्रैल को हुआ था।
मैक्रों ने कहा कि उनकी प्रतिद्वंद्वी परमाणु-सशस्त्र लैस एवं जातीय रूप से वैविध्यपूर्ण यूरोपीय शक्ति का नेतृत्व करने और रूस का मुकाबला करने की क्षमता नहीं रखतीं। उन्होंने कहा कि ले पेन विश्वास करने लायक नहीं हैं। उन पर बेईमानी का आरोप लगाते हुए मैक्रों ने कहा कि उन्होंने अपने चुनावी वादों में गलत आंकड़ों का इस्तेमाल किया। उन्होंने यह भी कहा कि ले पेन की मुस्लिम महिलाओं के सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने की योजना से देश में ‘‘गृह युद्ध’’ शुरू हो जाएगा। पश्चिमी यूरोप में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी फ्रांस में ही है।
वहीं, ले पेन ने यूक्रेन में रूस के आक्रमण के कारण बढ़ती महंगाई से परेशान मतदाताओं से वोट करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वह अगर फ्रांस की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में चुनी जाती हैं, तो महंगाई कम करना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने ‘येलो वेस्ट’ प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए कहा कि मैक्रों के कार्यकाल में देश विभाजित हो गया है। आर्थिक नीतियों के खिलाफ महीनों तक चले ‘येलो वेस्ट’ प्रदर्शनों ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से पहले मैक्रों सरकार को हिलाकर रख दिया था। ले पेन ने कहा, ‘‘फ्रांस को एक बार फिर साथ लाने की जरूरत है।’’
सियासी मीयार की रिपोर्ट