शिक्षिका के उत्पीड़न के आरोप में कांग्रेस जिलाध्यक्ष पर मुकदमा…
गोंडा (उत्तर प्रदेश), 14 जुलाई । प्राथमिक शिक्षा विभाग में कार्यरत एक दलित शिक्षिका का अश्लील वीडियो बनाकर कथित तौर पर उत्पीड़न करने के मामले में कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष और उनकी पत्नी के खिलाफ बृहस्पतिवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि एक दलित शिक्षिका ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पटेल और उनकी पत्नी के खिलाफ अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
उन्होंने बताया कि मुकदमे में शिक्षिका ने आरोप लगाया कि वह धानेपुर थाना क्षेत्र के अलावल देवरिया निवासी कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पटेल के घर में किराये का कमरा लेकर रहती है और वह उनके बच्चों को भी पढ़ाती थी।
शिकायत के मुताबिक इस दौरान पटेल की नीयत खराब हो गई और वह शिक्षिका को प्रेमजाल में फंसाने की कोशिश करने लगे। जब वह झांसे में नहीं आई तो उन्होंने धमकाना शुरू कर दिया।
तोमर ने बताया कि शिक्षिका ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने उसकी नहाते समय की वीडियो बना ली थी और वह उसे वायरल करने की धमकी देकर शादी का दबाव डालते थे। पीड़िता ने इस सम्बंध में उनकी पत्नी को भी अवगत कराया मगर उन्होंने कोई मदद नहीं की।
आरोप है कि शिक्षिका किसी दूसरी जगह किराये का मकान लेकर रहने लगी, मगर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने उसका वहां भी पीछा नहीं छोड़ा। पटेल ने वहां भी जाकर उसके साथ गाली-गलौज करते हुए बर्बाद करने की धमकी दी।
युवती की शादी तय हो जाने की जानकारी मिलने पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने वर पक्ष के यहां फोन करके आपत्तिजनक बातें कहीं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस सम्बंध में युवती की तहरीर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पटेल तथा उसकी पत्नी के खिलाफ भारतीय दंड विधान और अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
उधर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पटेल ने शिक्षिका द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से मनगढ़ंत और बेबुनियाद बताया है।
सियासी मियार की रिपोर्ट