विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित..
नई दिल्ली, 27 जुलाई। सत्ता पक्ष तथा विपक्ष के अपने-अपने रुख पर अड़े रहने के कारण राज्यसभा में गतिरोध दूर नहीं हो पा रहा और बुधवार को भी विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
विपक्ष के 19 सदस्यों को मंगलवार को इस सप्ताह के लिए सदन से निलंबित किए जाने के बाद आज आम आदमी पार्टी के संजय सिंह को भी सप्ताह की शेष अवधि के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया।
इससे विपक्षी दलों के तेवर और तीखे हो गए और उन्होंने सदन में जमकर हंगामा किया तथा कार्यवाही में लगातार बाधा पहुंचाई।
सदन की कार्यवाही जब चौथी बार शुरू हुई तो विपक्षी दलों ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया पीठासीन उपसभापति भुवनेश्वर कलिता ने विपक्षी सदस्यों से अपनी जगह पर लौटने तथा सदन को सुचारू ढंग से चलने देने की कई बार अपील की, लेकिन इसका असर न होते देख उन्होंने कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
सदन में आसन की ओर कागज फाड़कर फेंकने और कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करने को लेकर आप पार्टी के संजय सिंह को राज्यसभा की इस सप्ताह की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था।
शून्यकाल के दौरान स्थगन के बाद कार्यवाही शुरू होने पर उप सभापति हरिवंश ने सदन को सूचित किया कि श्री सिंह ने कल सभापति के आसान की ओर कागज फाड़कर फेंके थे।
उप सभापति ने कहा कि श्री सिंह का यह आचरण सदन के मान्य नियमों के अनूकूल नहीं पाया गया है। इसलिए उनके विरूद्ध नियम 256 के तहत कार्रवाई की जायेगी। इसके बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने श्री सिंह को सदन की इस सप्ताह की शेष कार्यावधि के लिए निलंबित किये जाने का प्रस्ताव रखा जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया।
मानसून सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच उत्पन्न गतिरोध का कोई समाधान नहीं निकल पा रहा है और इसके कारण कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है जिससे पिछले आठ दिनों में कोई खास विधायाई कामकाज नहीं हो सका हो है।
सियासी मियार की रिपोर्ट