मध्यप्रदेश के बालगृहों और संप्रेषणगृहों में अंडा और मांसाहार नहीं परोसा जाएगा : नरोत्तम मिश्रा..
भोपाल, 04 सितंबर। मध्यप्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज कहा कि राज्य के बालगृहों और संप्रेषणगृहों में अंडा और मांसाहार नहीं परोसा जाएगा। उन्होंने दृढ़ता के साथ कहा कि राज्य में ‘अंडे का फंडा’ नहीं चलेगा। राज्य सरकार के प्रवक्ता श्री मिश्रा ने यहां मीडिया से चर्चा में यह बात कही। उनसे राज्य सरकार के कथित प्रस्ताव के संबंध में पूछा गया था, जिसमें कहा गया है कि राज्य के 150 से ज्यादा बालगृहों, आश्रय और संप्रेषण गृहों में रहने वाले किशोर किशोरियों को अब सप्ताह में एक बार चिकन और चार दिन अंडा परोसा जाएगा।
श्री मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश में अंडे का फंडा नहीं चलेगा। इसे किसी भी हालत में चलने नहीं देंगे। ये जो विषय आया है, मेरे खयाल से भ्रम की स्थिति है और इस तरह का कोई भी प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन भी नहीं है और लागू भी नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह का प्रस्ताव किसी भी राजपत्र में प्रकाशित नहीं हुआ है और न ही ये ‘अंडे का फंडा’ ‘चिकन या नॉनवेज’ चलने वाला नहीं हैं। दरअसल गणेशोत्सव और जैन धर्म के महापर्व पर्यूषण पर्व (दशलक्षण पर्व) के बीच आज मीडिया में खबर आयी कि राज्य में डेढ़ सौ से ज्यादो बालगृहों, आश्रय और संप्रेषण गृहों में रहने वाले किशोर किशोरियों के लिए अंडा और नॉनवेज भी परोसा जाएगा। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने पोषण आहार संबंधी मानक भी तय कर दिए हैं। इस खबर के मीडिया में आने के तत्काल बाद सोशल मीडिया पर इसका जमकर विरोध हुआ।
सियासी मियार की रिपोर्ट