Friday , January 3 2025

बैंकों से कर्ज लेना हुआ और महंगा, ब्याज दरें बढ़ीं..

बैंकों से कर्ज लेना हुआ और महंगा, ब्याज दरें बढ़ीं..

मुंबई, 05 अक्टूबर। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रीपो रेट में बढ़ोतरी किए जाने के बाद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), आईसीआईसीआई बैंक, येस बैंक, बैंक आफ इंडिया (बीओआई) और एचडीएफसी बैंक ने उधारी पर ब्याज दर बढ़ा दी है। 30 सितंबर को रिजर्व बैंक ने रीपो रेट 50 आधार अंक बढ़ाकर 5.90 प्रतिशत कर दिया था।

बैंक की वेबसाइट से पता चलता है कि भारतीय स्टेट बैंक ने बाह्य मानक पर आधारित उधारी दर (ईबीएलआर) 50 आधार अंक बढ़ाकर 8.55 प्रतिशत कर दिया है और इसकी रीपो रेट से जुड़ी ब्याज दर भी 8.15 प्रतिशत हो गई है। यह बदलाव 1 अक्टूबर से लागू हो गया है। उधारी की दर में बढ़ोतरी आवास ऋण पर लागू होगा और इसके मुताबिक ग्राहकों द्वारा हर महीने भुगतान की जाने वाली ईएमआई में भी बढ़ोतरी होगी।

वहीं निजी क्षेत्र के दिग्गज आईसीआईसीआई बैंक ने ईबीएलआर बढ़ाकर 9.25 प्रतिशत कर दी है, जो 30 सितंबर से लागू है। आईसीआईसीआई बैंक ने धन के सीमांत लागत पर आधारित उधारी दर में भी बढ़ोतरी कर दी है। निजी बैंक की एमसीएलआर बढ़कर अब 7.85 से 8.10 प्रतिशत हो गई है, जो 1 अक्टूबर से लागू है।

सभी बैंकों ने अपने लेन देन में 1 अक्टूबर 2019 से बदलाव करते हुए ब्याज दरों को बाहरी मानक से जोड़ दिया था। बाहरी मानक में रीपो रेट या ट्रेजरी बिल पर प्रतिफल शामिल होता है। रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों के फैसले को असरदार बनाने के लिए कदम उठाए हैं। निजी क्षेत्र के येस बैंक ने भी एमसीएलआर बढ़ाई है। अब उसकी ओवरनाइट से एक साल की अवधि की संशोधित दर 8.20 से 9.65 प्रतिशत होगी, जो 1 अक्टूबर से प्रभावी है।

येस बैंक ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है, ‘1 अक्टूबर, 2022 से रिजर्व बैंक की रीपो दर 5.40 प्रतिशत होगी। बैंक अपने स्प्रेड फ्रेमवर्क के मुताबिक स्प्रेड कंपोनेंट जोड़ेगा। 6 एम सीडी रेट से जुड़े मौजूदा ऋण पर 1 अक्टूबर से लागू दरें 6.79 प्रतिशत होंगी।’

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने भी एमसीएलआर बढ़ा दी है। बैंक का ओवरनाइट एमसीएलआर 10 आधार अंक बढ़ाकर 6.95 प्रतिशत हो गई है। एक साल की एमसीएलआर 10 आधार अंक बढ़ाकर 7.80 प्रतिशत और 3 साल की एमसीएलआर 20 आधार अंक बढ़कर 8 प्रतिशत हो गई है।

निजी क्षेत्र के बड़े बैंक एचडीएफसी ने भी ब्याज दर में बढ़ोतरी की है, जो 1 अक्टूबर से लागू हो गई है। एचडीएफसी बैंक ने रिजर्व बैंक की घोषणा के मुताबिक दरों में 50 आधार अंक बढ़ोतरी की है। इसी के मुताबिक बढ़ी ईएमआई ग्राहकों को नजर आएगी।

आंकड़ों के मुताबिक 9 सितंबर तक बैंक के ऋण में वृद्धि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 16.2 प्रतिशत थी, जो 9 साल का उच्च स्तर है। वहीं इसी अवधि के दौरान जमा में वृद्धि दर बहुत पीछे 9.5 प्रतिशत रही है।

सियासी मियार की रिपोर्ट