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‘टाइम’ के आवरण पृष्ठ पर दिखीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना…

‘टाइम’ के आवरण पृष्ठ पर दिखीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना…

वाशिंगटन, 04 नवंबर । अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका ‘टाइम’ के आवरण पृष्ठ (कवर पेज) पर जगह बनाने वाली बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक साक्षात्कार में कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के जरिए उनकी सरकार को हटाना मुश्किल है। बांग्लादेश में जनवरी 2024 में चुनाव होने हैं।

पत्रिका द्वारा जारी साक्षात्कार के अंश के अनुसार हसीना ने कहा, ”मुझे विश्वास है कि मेरी आवाम मेरे साथ है….वे मेरी मुख्य ताकत हैं…लोकतांत्रिक व्यवस्था के जरिए मुझे हटाना इतना आसान नहीं है…एकमात्र विकल्प केवल मुझे खत्म करना है और मैं अपने लोगों के वास्ते मरने के लिए तैयार हूं।”

न्यूयॉर्क स्थित समाचार संस्थान ने बताया कि पत्रिका के 20 नवंबर के संस्करण के आवरण पृष्ठ पर हसीना को जगह मिली है। यह संस्करण 10 नवंबर को बिक्री के लिए उपलब्ध होगा।

टाइम के चार्ली कैम्पबेल की कवर स्टोरी में कहा गया है, ”76 साल की उम्र में…बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ऐसी राजनीतिक सोच का प्रतिनिधित्व करती हैं जिन्होंने 17 करोड़ की आबादी वाले इस देश को देहाती जूट उत्पादक से एशिया-प्रशांत की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था में बदल दिया।”

इसमें कहा गया है, ”पहले के 1996 से 2001 के कार्यकाल के बाद 2009 से पद पर रहते हुए वह दुनिया में किसी देश की सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महिला प्रमुख हैं और उन्हें फिर से सिर उठा रहे इस्लामवादियों और एक समय में हस्तक्षेप करने वाली सेना दोनों के पर कतरने का श्रेय दिया जाता है।” कैम्पबेल ने लिखा, ”मार्गरेट थेचर या इंदिरा गांधी से ज्यादा बार चुनाव जीत चुकीं हसीना जनवरी में भी इस पद पर बने रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

इसमें लिखा गया है, ”….हसीना ने इतने वर्षों में 19 बार हत्या के प्रयासों का सामना किया है। हाल के महीनों में मुख्य विपक्षी दल ‘बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी’ (बीएनपी) के समर्थकों की सुरक्षा बलों से झड़प हुई है जिससे बाद सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारी हुई, पुलिस वाहनों और सरकारी बसों में आग लगायी गयी और कई लोगों की हत्या की गयी। बीएनपी ने 2014 और 2018 की तरह तब तक चुनाव का बहिष्कार करने का संकल्प लिया है, जब तक हसीना चुनाव कराने के लिए किसी कार्यवाहक सरकार को सत्ता नहीं सौंप देतीं।”

”शेख हसीना और बांग्लादेश में लोकतंत्र का भविष्य” शीर्षक वाली इस कवर स्टोरी के अनुसार, हसीना के शासन में देश ने उनकी आवामी लीग पार्टी के तहत एक सत्तावादी रुख अपनाया है। अमेरिका और यूरोपीय संघ ने ”बड़ी अनियमितताओं” को लेकर देश में पिछले दो चुनावों की निंदा की थी।

पत्रिका में लिखा गया है, ”आज, दो बार की पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी नेता खालिदा जिया भ्रष्टाचार के संदिग्ध आरोपों में अपने घर में नजरबंद होकर गंभीर रूप से बीमार हैं। इस बीच, बीएनपी कार्यकर्ताओं पर 40 लाख कानूनी मुकदमे दर्ज हैं जबकि स्वतंत्र पत्रकार और नागरिक समाज भी प्रतिशोध की कार्रवाई के कारण उत्पीड़न की शिकायत करते हैं। आलोचक कहते हैं कि जनवरी में होने वाले चुना ताजपोशी और हसीना के एक तानाशाह बनने के समान है।”

सियासी मियार की रिपोर्ट