कविता : मेरा दिल आया…
-आत्माराम यादव पीव-
आई तू करके सिंगार
साल सोलहवां तेरा यार
मेरा तुझपे दिल आया।
कच्ची कली कचनार सी
मचले यौवन प्यार सी
मेरा तुझपे दिल आया।
तूने किया मुझे मदहोश
मैंने चूम लिये तेरे होंठ
मेरा तुझपे दिल आया।
गुलाबी है तेरा बदन
मचल उठा मेरा मन
मेरा तुझपे दिल आया।
सतरंगिया हुआ आँचल
प्यार बरसा बन बादल
मेरा तुझपे दिल आया।
तेरी साँसो में चली पुरवाई
है पीव मदभरी तेरी अंगडाई
मेरा तुझपे दिल आया।।