दिवारों को जब सजाना हो…
अक्सर लोग अपने घर की सजावट में दीवारों को नजरअंदाज कर देते हैं या वे सालों-साल दीवारों पर एक ही जैसे रंग का पेंट करवा कर ही संतुष्ट हो जाते हैं। आप भी अपने घर की पुरानी दीवारों और रंगों को देख-देखकर उकता चुके हैं तो सबसे बेहतर उपाय है कि दीवारों के आकर्षण को बढ़ाने के लिए वॉलपेपर का चुनाव किया जाए।
रंगों का चयन:- रंगों की बात करें तो इन दिनों सुनहरे रंग के वॉलपेपर चलन में हैं। इसे नीले तथा हरे रंग की लोकप्रियता से भी खासी टक्कर मिल रही है। कुछ लोग हल्के रंगों को भी पसंद करते हैं। वैसे चलन कोई भी हो, वॉलपेपर के रंगों का चुनाव अपनी पसंद के अनुरूप करना ही बेहतर होगा। सफेद रंग की पट्टी वाले वॉलपेपर दीवारों की खूबसूरती को बढ़ाते हैं। लैमन यैलो, लाइम ग्रीन, पर्पल आदि रंग के वॉलपेपर कमरे को आरामदायक बनाते हैं। एक रंग के वॉलपेपर लिविंग रूम को बड़ा दिखाने में अच्छी भूमिका निभाते हैं। रसोई आदि में सनशाइन यलो, टैगी ऑरेंज या ब्राइट ग्रीन जैसे खुशनुमा रंगों का उपयोग करें।
टैक्सचर और डिजाइन का चयन:- टैक्सचर में आप अपने बजट को देखते हुए कोर्क फिनिश, फैब्रिक फिनिश, लैदर फिनिश से लेकर ग्लास बीड्स आदि का चुनाव कर सकते हैं। विनाइल कोटेड वॉलपेपर में विनाइल सरफेस का कोट होता है जो हर मौसम के लिए बेहतर होता है। वॉलपेपर के डिजाइन्स में भी विकल्पों की कोई कमी नहीं है। रंग-बिरंगे वॉलपेपर्स से लेकर फ्लोरल किसी भी डिजाइन का चुनाव किया जा सकता है। फ्लोरल पैटर्न कभी चलन से बाहर नहीं होता इसलिए दीवारों पर इस तरह के वॉलपेपर लगा सकते हैं। हैंड पेंटेड वॉलपेपर भी आजकल फैशन और प्रचलन में खूब हैं। ज्यामितीय डिजाइन छोटी दीवारों और ऑफिस में ज्यादा अच्छा लगते हैं जबकि लिविंग रूम और डाइनिंग एरिया में एबस्ट्रैक्ट आर्टिस्ट डिजाइन अच्छे लगते हैं।
सरल एवं सुविधाजनक:- कम समय में किसी भी कमरे को सजाने के लिए वॉलपेपर सबसे सरल और सुविधाजनक तरीका है। जहां दीवार को पेंट करने में कम से कम चार से पांच दिन लगते हैं वहीं वॉलपेपर एक दिन में लग जाता है। इसकी देखरेख करने में भी आसानी होती है। कहीं अगर दाग आदि लग गया तो उसे आसानी से साफ किया जा सकता है जबकि दीवार में ऐसा नहीं हो पाता है। पेंट कुछ सालों में अपनी चमक खो देता है जबकि वॉलपेपर लम्बे समय तक ठीक रहते हैं।
कमरे के मुताबिक हो:- बैडरूम की दीवारों को सिल्क फैब्रिक के वॉलपेपर खूबसूरत बनाते हैं। जब भी दीवारों पर स्ट्रिप्स बनाएं तो एक ही रंग (बोल्ड कलर) को उभारें जिससे दीवारें बहुत अच्छी दिखती हैं। बच्चों के कमरे को थीम के हिसाब से सजाएं जैसे मिक्की माऊस, बार्बी या कार्टून आदि।
वॉल आर्ट भी है एक उम्दा विकल्प:- अगर आप कमरे को कुछ हट कर लुक देना चाहते हैं तो दीवार को स्टाइलिश वॉल आर्ट से सजाई सकते हैं। यह दीवारों के साथ ही घर को भी एक अलग लुक देगा। वॉल आर्ट संबंधी निम्न बातों का ध्यान रखें-
मेल खाते रंगो हों:- दीवारों पर रंग करवाते वक्त ध्यान रखें कि बहुत सारे ढंगों के कॉम्बीनेशन का उपयोग न करें बल्कि अगर आपने दीवारों पर नीला या गुलाबी रंग करवाया है तो आर्टवर्क सफेद कलर का ही करवाएं। इससे गहरे रंग पर हल्का रंग जल्दी उभर कर आता है और खूबसूरत भी लगता है।
एक ही दीवार पर करवाएं:- आर्टवर्क तभी अच्छा लगेगा जब आप एक ही दीवार पर इसे करवाएं। इससे वह दीवार हाईलाइट होगी और कमरे के पूरे लुक को चेंज कर देगी। यह स्टाइल आप बैडरूम या लिविंग रूम सभी में अपनाएं।
स्टाइल का चुनाव करें:- जब भी दीवार पर आर्टवर्क करवाएं तो अपने मनपसंद स्टाइल का चुनाव करें जैसे कुछ लोग पेड़ और पक्षियों का मेल पसंद करते हैं, कुछ लैंडस्केप आदि। चाहें तो आप मॉडर्न आर्ट या ईश्वर से संबंधित कलाकृति भी दीवारों पर उकेर सकते हैं।
सियासी मियार की रीपोर्ट