अक्षय तृतीया पर करें ये 6 शुभ काम, पाएंगे धन और रहेगा मंगल ही मंगल…
अक्षय तृतीया का पर्व इस बार 10 मई दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा, यह पर्व हर वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए गए शुभ व धार्मिक कार्यों का अक्षय फल मिलता है। साथ ही इस दिन शुभ व मांगलिक कार्य करने के लिए पंचांग देखने की जरूरत नहीं है। अक्षय तृतीया पर इस बार गजकेसरी योग, रवि योग समेत कई शुभ फलदायी योग बन रहे हैं, जिससे इस दिन का महत्व भी बढ़ गया है। अक्षय तृतीया पर वैसे तो कई शुभ कार्य किए जाते हैं लेकिन कुछ ऐसे कार्य हैं, जिनको हर व्यक्ति को करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में मंगल ही मंगल और सुख-शांति बनी रहती है और पूरे साल धन-धान्य की कोई कमी नहीं होती है।
इस तरह के लक्ष्मी नारायण की पूजा
अक्षय तृतीया पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिवत रूप से पूजा अर्चना करनी चाहिए। इस दिन पीले वस्त्र पहनकर भगवान विष्णु की पूजा करें और पीले फूल अर्पित करें और माता लक्ष्मी को सफेद व गुलाबी रंग के फूल अर्पित करें। इसके बाद घी के 9 दीपक जलाकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करें।
अक्षय तृतीया के दिन करें ये पाठ
अक्षय तृतीया के दिन विष्णु सहस्त्रनाम और श्री सूक्त का पाठ अवश्य करना चाहिए। साथ ही पास के किसी धार्मिक स्थल पर पूरे परिवार के साथ दर्शन करने भी अवश्य जाएं। ऐसा करने से आपके जीवन में धन, पद, यश और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। वहीं जो लोग किसी रोग से काफी लंबे समय से पीड़ित हैं, वे अक्षय तृतीया के दिन रामरक्षा स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।
अक्षय तृतीया के दिन तिजोरी में रखें ये चीजें
अक्षय तृतीया के दिन पूजा स्थल पर एकाक्षी नारियल को लाल कपड़े में बांधकर रख दें, फिर विधिवत रूप से पूजा अर्चना करें। पूजा करने के बाद नारियल को धन के स्थान जैसे अलमारी या तिजोरी में रख दें। वहीं व्यापारी एकाक्षी नारियल को लाल वस्त्र में बांधकर व्यापारिक स्थल पर मौजूद तिजोरी में ख दें। ऐसा करने से धन धान्य में अच्छी वृद्धि होगी और अटके हुए धन की प्राप्ति होगी।
अक्षय तृतीया के दिन जरूर करें यह काम
अक्षय तृतीया के दिन पितरों के नाम का दान व तर्पण करना और तीर्थ स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन अगर पितरों के नाम का श्राद्ध कर सकें तो इसका विशेष महत्व है और पितरों के नाम का दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। ऐसा करने से आपको पितरों का आशीर्वाद मिलेगा और पितृ दोष से मुक्ति भी मिलेगी।
अक्षय तृतीया के दिन करें पवित्र नदियों में स्नान
अक्षय तृतीया के दिन गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है। स्नान करने के बाद गरीब व जरूरतमंदों को दान अवश्य करें। ऐसा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया पर तीर्थ स्नान करने से व्यक्ति को जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है।
अक्षय तृतीया के दिन करें यह पाठ
अक्षय तृतीया के दिन श्रीरामचरितमानस के अरण्य कांड का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। इस कांड में भगवान राम साधु-संत और ऋषियों मुनियों के दर्शन करते हैं और ज्ञान प्राप्त करते हैं। इस कांड का पाठ करने से भगवान श्रीराम का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त होता है।
सियासी मियार की रीपोर्ट