मोदी के अहंकार का प्रतिफल है इंडिया की जीत!
-डॉ श्रीगोपाल नारसन-
भाजपा के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन को पूर्ण बहुमत तो हासिल हो गया है। किन जिस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को आगे करके इस चुनाव में एनडीए गठबंधन को 272 के पूर्ण बहुमत से कुछ अधिक सीटें आई हैं। वही विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन को पिछले दो आम चुनावों के मुकाबले अच्छी ख़ासी बढ़त हासिल हुई है। इस चुनाव पर दुनिया भर के देशों की नज़र थी क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में और बड़े बहुमत से लौटने की उम्मीद क
र रहे थे। लेकिन कम सीटे आने और भाजपा के बहुमत से दूर रह जाने के कारण अब बीजेपी को अपने घटक दलों पर निर्भर रहना पड़ेगा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निर्णायक तरीक़े से राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय नीतियों का निर्धारण क्या अब भी कर पाएंगे। इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की जोड़ी ने भाजपा की उम्मीदों से कही ज्यादा सीटें लाकर भाजपा को हैरान कर दिया है। उत्तर प्रदेश की सबसे हॉट सीट वाराणसी में कांग्रेस नेता अजय राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत मुश्किल कर दी थी। बीजेपी वाराणसी में पहले ऐतिहासिक जीत दर्ज करने का दावा कर रही थी। हालांकि वह चुनाव जीत भी गई लेकिन जीत का मार्जिन 2019 के मुकाबले काफी कम हो गया है। जिस सीट पर भाजपा ने ऐतिहासिक वोटों से जीत दर्ज करने का एक लक्ष्य रखा था, उसे कहीं न कहीं इंडिया गठबंधन ने ध्वस्त कर दिया है। वाराणसी से कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय चुनाव हार गए हैं, लेकिन उन्होंने दो बार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर दी है। मोदी ने सिर्फ डेढ़ लाख वोट से जीत दर्ज की है। 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से एक तरफ जीत दर्ज करने वाले बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को 6 लाख 12 हजार 970 वोट मिले हैं। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट अजय राय को 4 लाख 60 हजार 457 वोट मिले हैं। इंडिया गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार अजय राय वोटिंग शुरू होने के बाद काफी देर तक बीजेपी प्रत्याशी नरेंद्र मोदी से आगे चल रहे थे। काउंटिंग शुरू होने के करीब 2 घंटे तक अजय राय बढ़त बनाए हुए थे, लेकिन उसके बाद नरेंद्र मोदी ने बढ़त बनाई और बढ़त को बरकरार रखा। अजय राय मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष है। जब से अजय राय प्रदेश अध्यक्ष बने हैं, तब से यूपी कांग्रेस में जान आ गई है। यही वजह है कि कांग्रेस ने न केवल वाराणसी में पीएम मोदी को कड़ी टक्कर दी है। वाराणसी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय ने कहा कि सत्ता बल की धौंस और भारी धन बल के निवेश के मुकाबले काशी की महान जनता ने विपुल जन समर्थन का जितना आशीर्वाद मुझे दिया है। वह सत्ता के शीर्ष दुर्ग के खिलाफ मेरी नैतिक जीत है। बाबा विश्वनाथ की कृपा और शिवस्वरूप काशीवासियों से मिले इस प्रेम का मैं जीवन की अंतिम सांस तक ऋणी रहूंगा और मेरा जीवन काशी की सेवा को सतत समर्पित रहेगा। अजय राय ने कहा कि काशी ने मुझे जिस तरह दस लाख पार के दंभी नारे को औंधे मुंह कर भारी जनसमर्थन दिया है। वह मेरी हार में भी जीत है। अजय राय ने कहा कि मैं और इंडिया गठबंधन के हमारे साथी इस लोकतांत्रिक युद्ध में निहत्थे पैदल थे। दूसरी ओर सत्ता की चकाचौंध और संसाधनों का सैलाब था। मंत्रियों से लेकर राज्यपाल तक की फौज मेरे खिलाफ काशी में घर-घर घूम रही थी। धन एवं सत्ता शक्ति के जबर्दस्त निवेश के बावजूद संकीर्ण जीत पाने में शीर्ष सत्ता नायक के दांत काशी की जनता ने खट्टे कर दिए। इंडिया गठबंधन के जांबाज कार्यकर्ता साथियों के साथ वाराणसी की जनता ने मेरा चुनाव खुद को ही अजय राय मानकर लड़ा। उन्होंने कहा कि जनता के इस विश्वास का मैं ऋणी हूं और हर सुख दुख में उनके साथ खड़ा रहूंगा। अजय राय ने आगे कहा है कि हम मां गंगा की संतान हैं और इस चुनाव में मां गंगा का संकेत साफ है कि काशी के सम्मान और हितों के विरुद्ध राजनीति काशी को गंवारा नहीं है। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा, यह मोदी की नैतिक हार है, जो हर जगह अपने नाम से वोट मांगते थे, हमने प्रतिकूल माहौल में चुनाव लड़ा है, हमारे बैंक खाते सील कर दिए गए थे, नेताओं को जेल में डाला गया था, शुरू से आखिर तक कांग्रेस पार्टी का कैंपेन सकारात्मक था। हमने महंगाई, रोज़गार जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ा। खडगे ने कहा, प्रधानमंत्री ने जिस तरह से कैंपेन किया, वह लंबे समय तक याद किया जाएगा। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा सफल रही। प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता के बीच झूठ फैलाया है। खडगे ने कहा, भाजपा ने संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करने की कोशिश की है, साथ ही लोगों को धमकाया, नहीं माने तो जेल में डाला और पार्टी भी तोड़ दी। लोगों को पता चल गया था कि अगर मोदी को बहुमत मिला, तो उसका दुरुपयोग होगा। मुझे खुशी है कि भाजपा अब इस षड्यंत्र में सफल नहीं हो पाएगी। खडगे ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी समेत देश के करोड़ों कार्यकर्ताओं, इंडिया गठबंधन के सभी साथियों और समर्थकों का शुक्रिया अदा किया है। खडगे ने कहा, अभी हमारी लड़ाई अंजाम तक नहीं पहुंची है, अभी हमें लोगों के लिए, संविधान की सुरक्षा और विपक्ष के मुद्दों के लिए लड़ते रहना होगा। राहुल गांधी ने कहा, यह लड़ाई संविधान को बचाने की थी। जब इन्होंने बैंक अकाउंट सीज किए, पार्टियां तोड़ीं, तब मेरे माइंड में था कि हिंदुस्तान की जनता एकजुट होकर लड़ जाएगी। संविधान को बचाने का पहला और सबसे बड़ा कदम हमने लिया है। आप बता दे कि लोकसभा चुनाव में इस बार 64.2 करोड़ लोगों ने वोट किया है। ये अब तक दुनिया के किसी भी देश में होने वाला सबसे अधिक मतदान है। इस चुनाव में 31 करोड़ महिला और 33 करोड़ पुरुषों ने मतदान किया है। लोकसभा चुनाव कराने में करीब चार लाख वाहन, 135 विशेष रेलगाड़ियां और 1, 692 हवाई उड़ानों का इस्तेमाल किया गया है। दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया में 68 हजार से अधिक निगरानी दल व डेढ़ करोड़ मतदान और सुरक्षाकर्मी शामिल रहे है। फिलहाल एन डी ए व इंडिया दोनो ही गठबंधन अपनी अपनी बैठके करके भविष्य की रणनीति तैयार कर रहे है। सरकार किसकी बनेगी यह तो अभी तय नही है लेकिन इतना अवश्य है कि लोगो ने मोदी की गारंटी पर पूरा भरोसा नही किया है, तभी तो अबकी बार चार सौ पार का नारा ध्वस्त हो गया और भाजपा अपने गठबंधन दलों के भरोसे चलने पर मजबूर हो गई। (लेखक राजनीतिक चिंतक व वरिष्ठ पत्रकार है)
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