मामू-भांजा कांड: आरोपियों के समर्थन में खड़ी भाजपा, पर मांगों पर निर्णय नहीं..
अलीगढ़, 22 जून । अलीगढ़ के मामूभांजा कांड में पहले ही दिन से भाजपा व व्यापारिक संगठन आरोपियों के साथ खड़े हैं। मगर आरोपियों के परिवार की ओर से उठाई जा रही मांगों पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। इसे लेकर आरोपी परिवार भी अब यही कहने लगे हैं कि आखिर हमारी कौन सुनेगा और कब निर्णय हो सकेगा। 21 जून सुबह एमएलसी मानवेंद्र प्रताप सिंह आरोपियों के घर पहुंचे। दोपहर में सर्किट हाउस में आरोपी परिवार ने भाजपा प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता से मुलाकात की।
सुबह एमएलसी स्नातक मानवेंद्र प्रताप सिंह आरोपी पक्ष के घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आरोपी परिवार से वार्ता की और फिर उनकी मांगों के अनुसार प्रदेश नेतृत्व से वार्ता कर समाधान कराने का भरोसा दिलाया। इसी बीच इन परिवारों को खबर मिली कि भाजपा के प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता सर्किट हाउस आए हैं। इस खबर पर आरोपी चिराग वार्ष्णेय के परिजन सर्किट हाउस पहुंच गए। जहां काफी देर के इंतजार के बाद उनकी अनूप गुप्ता से मुलाकात हुई। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने अपनी मांगे रखीं। जिस पर सामूहिक रूप से एक ही जवाब आया कि सभी लोग इस मुद्दे पर प्रयासरत हैं। जल्द ही कोई नतीजा सामने आएगा। कुल मिलाकर घंटों के प्रयास के बाद भी परिवार वहां से बिना किसी ठोस नतीजे या भरोसे के वापस लौट आया।
बता दें कि इस घटना में जेल गए आरोपियों में से एक भाजपा मंडल उपाध्यक्ष का भाई है, जबकि एक इलाके की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा से जुड़ा है। बाकी भी भाजपा समर्थक हैं। इन परिवारों को यही उम्मीद है कि उनके बेटे हत्या के आरोप में पुलिस ने जेल जरूर भेज दिए हैं, मगर उनका अपराध इस स्तर का नहीं है। यह घटना सिर्फ संयोग है। उनका मानना है कि चोरी के इरादे से घुसे आरोपी को पकड़ कर पीटना इतना बड़ा अपराध नहीं है। तर्क यह भी है कि सूचना देने के बाद जब पुलिस आई तो औरंगजेब को जीवित अवस्था में अपने साथ अस्पताल ले गई थी। उसी अस्पताल में मौत हुई। फिर उन्हें हत्या का जिम्मेदार क्यों माना जा रहा है।
सियासी मियार की रपोर्ट