सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एनटीए ने जारी किया नीट-यूजी का परीक्षा परिणाम..
नई दिल्ली, 20 जुलाई राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) के केंद्रवार और शहरवार परिणाम शनिवार दोपहर को घोषित कर दिए। छात्र http://neet.ntaonline.in./ पर क्लिक कर परीक्षा परिणाम देख सकते हैं। यह परीक्षा कथित अनियमितताओं को लेकर जांच के घेरे में है। नीट-यूजी के परिणाम पांच जून को घोषित किए गए थे, लेकिन उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद इन्हें इस प्रारूप में प्रकाशित किया गया है।
जहां विवाद वहीं का नहीं जारी हुआ परिणम
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से परिणाम आधिकारिक वेबसाइट exams.nta.ac.in पर अपलोड कर दिया गया है। अभी उन केन्द्रों का परिणाम नहीं जारी किया गया है, जहां पर पेपर लीक होने का मामला सामने आया था। क्योंकि अभी इस मामले में जांच चल रही है। अन्य परीक्षार्थियों के भविष्य को देखे हुए सेंटर्स के अनुसार परिणाम जारी हुआ है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 18 जुलाई को एनटीए को निर्देश दिया था कि वह 20 जुलाई को दोपहर 12 बजे तक नीट यूजी के नतीजे घोषित करे।
इसी साल पांच मई को हुई थी परीक्षा
इसी साल बीते 5 मई को नीट की परीक्षा आयोजित की गई थी, इसमें 23 लाख 33 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए। परीक्षा के बाद से ही पेपर लीक और गड़बड़ियों की बात उठने लगी थीं। सुप्रीम कोर्ट में इससे जुड़ी दो दर्जन से ज्यादा याचिकाएं लंबित हैं, जिनमें पूरी परीक्षा रद्द कर इसे नए सिरे से कराने और कोर्ट की निगरानी में गड़बडि़यों की जांच कराने की मांग की गई है। अभी मामला चल रहा है।
एनटीए का कहना है कि पेपर लीक की ज्यादा घटना नहीं
एनटीए का कहना है कि पेपर लीक और गड़बड़ी की कुछ चुनिंदा ही घटनाएं हैं। कोई सिस्टेमेटिक फेल्योर नहीं है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने छात्रों के वकील से कहा कि आपको साबित करना होगा कि परीक्षा में व्यापक तौर पर गड़बड़ियां हुई हैं और पेपर लीक का व्यापक प्रभाव हुआ है, जिसके कारण दोबारा परीक्षा कराए जाने की जरूरत है।
उच्चतम न्यायालय प्रश्नपत्र लीक सहित परीक्षा कराने में कथित अनियमितताओं के संबंध में कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि अभ्यर्थियों की पहचान उजागर नहीं करते हुए परिणाम घोषित किए जाएं।उसने कहा था कि वह यह पता लगाना चाहता है कि कथित विवादित केंद्रों पर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को अन्य स्थानों पर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की तुलना में अधिक अंक तो नहीं मिले हैं। इस मामले में अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी।नीट-यूजी परीक्षा पांच मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल हैं। इसमें 24 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था।
सियासी मियार की रीपोर्ट