फिल्मों में काम करना नहीं चाहती थी रवीना टंडन…
मुंबई, 02 सितंबर । बॉलीवुड में अपनी दिलकश अदाओं ने दर्शकों को मदहोश करने वाली रवीना टंडन फिल्मों में काम नहीं करना चाहती थी। रवीना टंडन ने अपने सिने करियर की शुरूआत वर्ष 1991 में प्रदर्शित फिल्म पत्थर के फूल से बॉलीवुड में अपने सिने करियर की शुरूआत थी। रवीना टंडन को फिल्म इंडस्ट्री में आये हुये तीन दशक से अधिक समय हो गया है और इस दौरान उन्होंने कई कामयाब फिल्मों में काम किया है।
रवीना टंडन हाल ही में सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न के शो ‘आपका अपना जाकिर’ में पहुंची थी। रवीना ने इस दौरान बताया कि उनके पिता रवि टंडन ने कई फिल्में बनायी है लेकिन वह फिल्मों में काम नहीं करना चाहती थी। रवीना ने बताया कि वह पढ़ाई कर रही थी। उनदिनों वह आईएस या आइपीएस ऑफिसर बनना चाहती थी। वह किरण बेदी की फैन थी। एक बार अचानक उनकी मुलाकात निर्देशक अनंत बलानी और विवेक बासवानी से हुयी।
रवीना ने बताया, अनंत बलानी उन दिनों फिल्म पत्थर का फूल बना रहे थे और उन्होंने उनसे इस फिल्म में काम करने का प्रस्ताव दिया। वो लोग मुझे पहचान नहीं सके लेकिन मैंने विवेक वासवानी को पहचान लिया। मैंने उनसे कहा कि मैं राजीव टंडन की बहन हूं। उसके बाद अनंत बलानी जी ने मुझे पत्थर के फूल में काम करने का प्रस्ताव दिया जिसे मैंने स्वीकार किया और इसके बाद मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। रवीना टंडन ने शो के दौरान बताया कि संजय दत्त के साथ उन्होंने सबसे अधिक 11 फिल्में की है। गोविंदा बहुत बेहतरीन अभिनेता हैं। मेरा मानना है कि गोविंदा एकमात्र ऐसे अभिनेता हैं जो एक हीं सीन में किसी को हंसा भी सकते हैं और रूला भी सकते हैं।
सियासी मियार की रीपोर्ट