इमरान खान की पार्टी से दो वरिष्ठ नेता गिरफ्तार.
इस्लामाबाद, 12 मई । पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के एक मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार किए जाने के बाद देश में राजनीतिक उथल पुथल बढ़ने के बीच सरकार ने विपक्षी दल के खिलाफ मुहिम शुरू की है जिसके तहत इमरान खान की ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ’ पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है।
मानवाधिकारों के लिए पूर्व संघीय मंत्री शिरीन मजारी को उनके घर से गिरफ्तार किया गया। मजारी की बेटी इमान हाजिर-मजारी ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया जिसमें सादे कपड़ों में कुछ लोग पूर्व मंत्री को गिरफ्तार करने के लिए उनके घर में घुसते नजर आ रहे हैं। इमान-हाजिर मजारी एक वकील हैं।
बाद में एक और वीडियो ट्विटर पर साझा किया गया जिसमें कुछ महिला अधिकारी पूर्व मंत्री को उनके घर से ले जाती दिख रही हैं। पुलिस वाहन में ले जाए जाने के दौरान मजारी ने जीत का निशान दिखाते हुए कहा, ‘‘लोकतंत्र के लिए जीत’’। उन्होंने सरकार की निंदा करते हुए कहा कि तानाशाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वीडियो पोस्ट करने के कुछ समय पहले मजारी की बेटी ने ट्वीट किया था कि हथियारों से लैस करीब 50 पुलिसकर्मी उनके घर में घुस आए हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘हमारी एसवीपी डॉ. शिरीन मजारी को इस मुश्किल वक्त में अगवा किया गया। पुलिस हथियारों के साथ उनके घर में घुसी, वे कितना नीचे गिर गए हैं। बेहद शर्मनाक।’’
असद उमर, फवाद चौधरी, शाह महमूद कुरैशी, अली मोहम्मद खान और सांसद एजाज चौधरी समेत पीटीआई के अन्य कई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद मजारी की गिरफ्तारी हुई है। खान के अलावा इन सभी नेताओं को सार्वजनिक आदेश को बनाए रखने (एमपीओ) की तीन धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया।
पीटीआई के बयान के अनुसार, पंजाब की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. यास्मीन राशिद को भी गिरफ्तार किया गया है। पीटीआई के नेता अंदलीब अब्बास ने कहा कि गिरफ्तारी से बचने के लिए पूर्व मंत्री छिप रही थी। पुलिस ने दो दिन पहले उनके परिवार के करीबी सदस्यों को हिरासत में लिया था, लेकिन उनके पति की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था। उनका देवर अब भी पुलिस हिरासत में है। यास्मीन के खिलाफ लाहौर कोर कमांडर के आवास पर हमले सहित कई मामले दर्ज हैं।
इमरान खान (70) को मंगलवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) से गिरफ्तार किया गया था और एक जवाबदेही अदालत ने बुधवार को उन्हें अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में आठ दिन की रिमांड पर राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) को सौंप दिया था।
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए और सरकार को इस्लामाबाद के साथ-साथ पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में सेना की तैनाती करनी पड़ी थी। प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में कुछ लोगों की मौत भी हुई है।
खान को बृहस्पतिवार को उच्चतम न्यायालय ने बड़ी राहत देते हुए उनकी गिरफ्तारी को ‘गैर कानूनी’ करार दिया और उन्हें तत्काल रिहा करने का आदेश दिया। इससे पहले शीर्ष अदालत के निर्देश पर खान को उसके समक्ष पेश किया गया।
उच्चतम न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश उमर अता बंदियाल, न्यायमूर्ति मुहम्मद अली मजहर और न्यायमूर्ति अतहर मिनल्लाह की तीन सदस्यीय पीठ ने बृहस्पतिवार को पूर्व प्रधानमंत्री खान को रिहा करने का फैसला, उनकी गिरफ्तारी को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय द्वारा वैध करार दिए जाने के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुनाया।
अल-कादिर ट्रस्ट मामले में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए पीठ ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर में अर्धसैनिक रेंजर्स द्वारा उन्हें हिरासत में लिए जाने के तरीके पर नाराजगी जताई और एनएबी को उन्हें पेश करने का आदेश दिया। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान के सुरक्षाबलों से संयम बरतने की अपील की है जबकि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पूरे घटनाक्रम पर दुख जताया है।
सियासी मियार की रिपोर्ट
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