क्या खोया क्या पाया,…

जी लो जीवन जी भरकर
कल को किसने देखा है
जो बीत गया सो बीत गया
आज का पल ही सच्चा है।
मेरी गाड़ी मेरा बंगला सबको
मैंने बनाया है
पेट-काटकर रुपया जोड़ा
बेटे के लिए बचाया है।
आई सी यू में लेटा अब
सांसे तन पर भारी है,
बेटा छोड़ परदेश गया
बंगला बिल्कुल खाली है।
रिश्ते नाते कोई नहीं है
मैंने धन कमाया था
मेरे अपने साथ नहीं अब
जिस पर जीवन गंवाया था।
अब तो जी लें आज को हम
कल को कल पर छोड़ दे
आज सम्भालो खुशियों की पोटली
कल ईश्वर पर छोड़ दें।
सियासी मीयार की रिपोर्ट
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