भारत के सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर में जुलाई में मामूली गिरावट..

नई दिल्ली, 05 अगस्त। भारत के सेवा क्षेत्र की वृद्धि जून की तुलना में जुलाई में थोड़ी धीमी रही। एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है।
मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया भारत सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक जुलाई में 60.3 रही जबकि जून में यह 60.5 थी।
खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम अंक का आशय संकुचन से होता है।
एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत) प्रांजुल भंडारी ने कहा, ‘‘जुलाई में सेवा क्षेत्र की गतिविधि थोड़ी धीमी गति से बढ़ी, नए कारोबार में और वृद्धि हुई जो मुख्य रूप से घरेलू मांग से प्रेरित रही। सेवा कंपनियां आने वाले वर्ष के लिए आशावादी हैं।’’
सितंबर 2014 में इस सर्वेक्षण की शुरुआत के बाद से नए निर्यात ठेकों में तीसरी सबसे तेज वृद्धि हुई है, जिसका कारण दुनिया भर से भारतीय सेवाओं की मांग में वृद्धि है। निर्यात ठेकों की प्रमुख मांग ऑस्ट्रिया, ब्राजील, चीन, जापान, सिंगापुर, नीदरलैंड और अमेरिका से रही।
सर्वेक्षण में कहा गया, अनुकूल आर्थिक स्थिति और उत्पादन के प्रति आशावादी उम्मीदों ने सेवा कंपनियों में भर्ती को बढ़ावा दिया।
इस बीच, एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स जुलाई में 60.7 रहा, जो जून में 60.9 था।
एचएसबीसी इंडिया भारत सेवा पीएमआई को एसएंडपी ग्लोबल ने करीब 400 सेवा क्षेत्र की कंपनियों को भेजे गए सवालों के जवाबों के आधार पर तैयार किया है।
सियासी मियार की रीपोर्
Siyasi Miyar | News & information Portal Latest News & Information Portal