दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के संयुक्त सैन्य अभ्यास ने उत्तर कोरिया का बढ़ाया पारा, दी चेतावनी…
सोल। दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान ने सोमवार को अपना त्रिपक्षीय सैन्य अभ्यास शुरू किया। इस अभ्यास को एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति स्थापित करने और उत्तर कोरिया के सैन्य खतरों के खिलाफ सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के तीनों देशों के निरंतर प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है।
पांच दिवसीय यह अभ्यास दक्षिण कोरिया के दक्षिणी द्वीप जेजू के पूर्व और दक्षिण में अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में शुरू हुआ।
दक्षिण कोरिया में ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) के प्रवक्ता यांग सेउंग-क्वान ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “फ्रीडम एज एक्सरसाइज 19 सितंबर तक होगी, ताकि उत्तर कोरिया के उभरते परमाणु और मिसाइल खतरों को रोकने और उनका जवाब देने की क्षमताओं को मजबूत किया जा सके।”
तीनों देशों के बीच यह तीसरा सैन्य अभ्यास है। इससे पहले पिछले साल जून और नवंबर में तीनों देश अभ्यास कर चुके हैं। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग और अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के बाद यह पहला अभ्यास है।
अमेरिकी हिंद-प्रशांत कमान ने कहा कि यह अभ्यास एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति स्थापित करने और उसे बनाए रखने के लिए देशों की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। तीनों देश बैलिस्टिक मिसाइल संबंधी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के उद्देश्य से अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही जवान वायु रक्षा, चिकित्सा और समुद्री अभियान से जुड़े प्रशिक्षण में भी शामिल होंगे।
वहीं, उत्तर कोरिया ने तीनों देशों के संयुक्त अभ्यास का विरोध किया है। उसने पिछले फ्रीडम एज अभ्यासों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है, जिसमें अमेरिकी परमाणु ऊर्जा चालित विमानवाहक पोत शामिल थे। पिछले साल जून में हुए पहले सैन्य अभ्यास के बाद उत्तर कोरिया ने इसे अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य गुट को मजबूत करने का प्रयास बताया था।
फ्रीडम एज अभ्यास के साथ-साथ, दक्षिण कोरिया और अमेरिका सोमवार से शुक्रवार तक आयरन मेस टेबलटॉप सैन्य अभ्यास भी करने वाले थे, जिसका उद्देश्य उत्तर कोरियाई खतरों को रोकने के लिए वाशिंगटन की परमाणु संपत्तियों और सियोल की पारंपरिक क्षमताओं को एकीकृत करना था।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन की बहन किम यो-जोंग ने इस अभ्यास की निंदा की और चेतावनी दी कि लापरवाही से किए गए बल प्रदर्शन का परिणाम बुरा होगा।
किम यो-जोंग का यह बयान उत्तर कोरिया के मुख्य समाचार पत्र रोडोंग सिनमुन और सरकारी रेडियो नेटवर्क कोरियन सेंट्रल ब्रॉडकास्टिंग स्टेशन ने प्रसारित किया।
जेसीएस अधिकारी यांग से जब यह पूछा गया कि क्या ऐसी कोई गतिविधि या मिसाइल परीक्षण के संकेत मिले हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक उत्तर कोरिया की सेना की असामान्य गतिविधियों की जानकारी नहीं है।
सियासी मियार की रीपोर्ट
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