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ट्रम्प ने चीन पर लगाया 100 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ

ट्रम्प ने चीन पर लगाया 100 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ

वाशिंगटन, 11 अक्टूबरअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन में निर्मित वस्तुओं पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है। यह आयात शुल्क चीन की निर्यात नीति के जवाब में लगाया गया है, जिसमें वह दुर्लभ खनिजों पर अपना नियंत्रण कड़ा कर रहा है, जो वैश्विक प्रौद्योगिकी एवं रक्षा उद्योगों के लिए बहुत अहम हैं। श्री ट्रम्प ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपनी आगामी बैठक के बारे में कहा कि उन्होंने आधिकारिक तौर पर इस शिखर बैठक को रद्द नहीं किया है। श्री ट्रम्प की श्री जिनपिंग के साथ दक्षिण कोरिया में अगले एक पखवाड़े में बैठक निर्धारित है।

श्री ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर आयात शुल्क बढ़ोतरी का खुलासा करते हुए कहा कि नये शुल्क एक नवंबर से या शायद उससे भी पहले लागू होंगे। इसके अलावा श्री ट्रम्प ने घोषणा की कि उनका प्रशासन दुर्लभ खनिज निर्यात पर चीन की कड़ी पकड़ के जवाब में किसी भी और सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण लागू करेगा। श्री ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, ”यह विश्वास करना बहुत कठिन है कि चीन ने ऐसी कार्रवाई की होगी, लेकिन उन्होंने ऐसा किया और बाकी सब इतिहास है।”

उन्होंने चीन द्वारा अचानक दुर्लभ खनिज निर्यात नियंत्रण पर आश्चर्य व्यक्त किया तथा इसे अचानक उठाया गया कदम करार दिया। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए, श्री ट्रम्प ने कहा, “मैंने शिखर बैठक को रद्द नहीं किया है। मैं वहां ज़रूर जाउंगा। लेकिन उन्होंने दुनिया को चौंका दिया। अचानक वह आयात-निर्यात की पूरी अवधारणा लेकर आये और किसी को इसके बारे में कुछ पता नहीं था।”

श्री ट्रम्प ने दोहराया कि अतिरिक्त शुल्क एवं निर्यात नियंत्रण चीन की अत्यधिक आक्रामक कार्रवाइयों के खिलाफ लगाये जायेंगे। एक नवंबर से लागू होने वाले ये शुल्क चीन की वस्तुओं की एक विस्तृत श्रृंखला पर प्रभावी होंगे, जिससे दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण व्यापारिक संबंध और खराब हो जायेंगे। शेयर बाजारों ने इस खबर पर नकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की, नैस्डैक में 3.6 प्रतिशत और एसएंडपी 500 में 2.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।

चीन ने इस हफ़्ते नये प्रतिबंध लागू किये हैं जिनके अंतर्गत विदेशी संस्थाओं को चीन से प्राप्त या चीन में प्रसंस्कृत 0.1 प्रतिशत से ज़्यादा दुर्लभ खनिजों वाले किसी भी उत्पाद के निर्यात के लिए लाइसेंस लेना आवश्यक है। चीन वर्तमान में दुनिया भर में दुर्लभ खनिजों की लगभग 70 प्रतिशत आपूर्ति को नियंत्रित करता है, जो स्मार्टफ़ोन से लेकर सैन्य उपकरणों तक की तकनीकों के लिए ज़रूरी हैं।

वर्तमान में चीन की वस्तुओं पर 30 प्रतिशत अमेरिकी आयात शुल्क लगा हुआ है, जिसे श्री ट्रम्प ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान लागू किया था, जिसमें उन्होंने चीन पर फेंटेनाइल व्यापार को बढ़ावा देने और अनुचित व्यापार प्रथाओं में शामिल होने का आरोप लगाया था। इस हफ़्ते की शुरुआत में, अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा था कि दुर्लभ खनिज निर्यात के संबंध में चीन की बेहद शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों के बाद श्री जिनपिंग से मुलाक़ात करने का कोई कारण नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अमेरिका कड़े जवाबी उपायों के साथ उत्तर देने की तैयारी कर रहा है। उनसे जब पूछा गया कि अगर चीन अपने प्रतिबंध हटा लेता है, तो क्या अमेरिका अतिरिक्त शुल्क हटा लेगा, तो श्री ट्रम्प ने जवाब दिया, ” हमें देखना होगा कि क्या होता है और इसीलिए इसके लागू करने की तारीख एक नवंबर रखी गयी है।”

श्री ट्रम्प ने निर्यात पर और अधिक नियंत्रण लगाने का भी संकेत दिया तथा कहा कि विमान के पुर्जे भी अमेरिका के निशाने पर हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “और भी बहुत कुछ। हमारे पास हवाई जहाज़ और उनके पुर्ज़े हैं। हम बस चीन से हैरान हैं। श्री जिनपिंग के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं और उन्होंने ऐसा किया। ऐसा कुछ नहीं है जिसे मैंने उकसाया हो। यह बस उनके द्वारा किये गये किसी कार्य का जवाब है और उन्होंने वास्तव में हमें निशाना नहीं बनाया बल्कि उन्होंने पूरी दुनिया को निशाना बनाया। मुझे लगता है कि यह बहुत बुरा हुआ।” ये आयात शुल्क पहले से लागू आयात शुल्क के अतिरिक्त होंगे, जिससे व्यापार गतिरोध में काफी बढ़ोतरी होगी। श्री ट्रम्प ने यह भी दोहराया कि सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण उसी दिन से शुरू हो जायेगा।

सियासी मियार की रिपोर्ट