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जैसलमेर में भीषण बस हादसा: शार्ट सर्किट से लगी आग में 20 की मौत, कई गंभीर रूप से झुलसे

जैसलमेर में भीषण बस हादसा: शार्ट सर्किट से लगी आग में 20 की मौत, कई गंभीर रूप से झुलसे

जैसलमेर, 15 अक्टूबर । राजस्थान के जैसलमेर जिले में मंगलवार दोपहर हुए दर्दनाक बस हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया। जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर थईयात गांव के पास जोधपुर जा रही एक निजी एसी स्लीपर बस में अचानक आग लग गई, जिससे 20 लोगों की जलकर मौत हो गई और तीन दर्जन से अधिक यात्री गंभीर रूप से झुलस गए। मृतकों में दो बच्चे और चार महिलाएं शामिल हैं।

अधिकारियों के अनुसार, हादसा मंगलवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुआ जब बस में शार्ट सर्किट से आग लग गई। बस में कुल 57 यात्री सवार थे। आग इतनी तेज़ी से फैली कि यात्रियों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। पोकरण विधायक महंत प्रताप पुरी ने 20 यात्रियों की मौत की पुष्टि की है, जबकि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

झुलसे हुए 16 यात्रियों को जोधपुर रेफर
जैसलमेर कलेक्टर प्रताप सिंह के अनुसार, गंभीर रूप से झुलसे 16 यात्रियों को जोधपुर के मथुरादास अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य घायलों का इलाज जैसलमेर के जवाहर अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक आठ मृतकों की पहचान हो चुकी है, जिनमें जोधपुर निवासी महेंद्र मेघवाल, उनकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा शामिल हैं। अन्य मृतकों की पहचान डीएनए जांच के माध्यम से की जाएगी। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों से डीएनए सैंपल देने की अपील की है।

पटाखों से भरी बस में भड़की आग
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बस के पिछले हिस्से में शार्ट सर्किट से निकली चिंगारी पटाखों तक पहुंच गई, जिससे बस में विस्फोटक तरीके से आग फैल गई। बस आग लगने के बावजूद कुछ दूरी तक चलती रही। चालक ने आग बढ़ती देख अपनी सीट से कूदकर जान बचाई। स्थानीय ग्रामीणों ने पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, परंतु आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि वह सफल नहीं हो सके।

सेना के जवानों ने तोड़ा दरवाजा, बचाई कई जानें
हादसे की सूचना मिलते ही अग्निशमन दल और पुलिस मौके पर पहुंची। थईयात गांव सेना के वार म्यूजियम के निकट स्थित होने के कारण सेना के जवान भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने जेसीबी मशीन से बस का दरवाजा तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला। चश्मदीद कस्तूर सिंह ने बताया कि आग लगने के बाद बस का मुख्य द्वार लॉक हो गया था, जिससे यात्री बाहर नहीं निकल सके। सेना की तत्परता से कई घायल यात्रियों की जान बचाई जा सकी।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पहुंचे घटनास्थल पर
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की जानकारी मिलते ही अपना बिहार दौरा स्थगित कर दिया और चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ विशेष विमान से जैसलमेर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा की। बाद में दोनों जोधपुर पहुंचे, जहां उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात कर उनके उपचार की स्थिति जानी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ है और मुआवजे की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी।

प्रधानमंत्री ने जताया शोक, घोषित की आर्थिक सहायता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ पर संदेश जारी कर हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। ईश्वर घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे।” प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये तथा घायलों को पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।

प्रदेश में शोक की लहर, नेताओं ने जताया दुःख
राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन दिलावर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली सहित अनेक नेताओं ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सभी ने ईश्वर से मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

यह हादसा न केवल प्रशासनिक सतर्कता पर प्रश्नचिह्न लगाता है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों को भी उजागर करता है। जांच टीम को बस की तकनीकी खामियों और पटाखों के अवैध परिवहन की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए गए हैं।

सियासी मियार की रिपोर्ट