बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए डीएम ने किया निरीक्षण, 24 घंटों कंट्रोल रूम से सेसिंटिव जगह की हो रही निगरानी…

शामली, 14 जुलाई । उत्तर प्रदेश के जिले शामली में बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए डीएम ने निरीक्षण किया। शहर में उन सभी जगहों पर जाकर निरीक्षण किया है, जहां मानसून में बाढ़ आने की पूरी संभावना रहती है। इस दौरान डीएम जसजीत कौर ने
दिशा निर्देश दिए। शहर में बहने वाली यमुना नदी बरसाती सीजन में कहर बरसा देती है। इसकी प्रमुख वजह हथनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी है। जो देश की राजधानी दिल्ली में भी बाढ़ की समस्या पैदा कर देता है क्योंकि देश में मानसून सक्रिय है। ऐसी स्थिति में बाढ़ की संभावित समस्या को देखते हुए शामली जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इन तैयारियों का जायजा लेने के लिए जिला अधिकारी जसजीत कौर खुद यमुना नदी के आसपास के क्षेत्र में गई और वहां उन्होंने यमुना नदी के तट बंधो का निरीक्षण किया। साथ ही अधिनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए है कि हथिनी कुंड बैराज से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने की स्थिति में यमुना नदी से क्षेत्र में किसी भी प्रकार का कोई नुकसान ना हो। इस पर जिला अधिकारी ने बताया कि शामली जनपद के कैराना क्षेत्र में बाढ़ की किसी भी समस्या से निबटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। डीएम शामली जसजीत कौर ने कहा है कि मानसून का सीजन स्टार्ट हो गया है। हमारे जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है, उसका दौरा करने के लिए आए हैं। शहर में दो क्षेत्र हैं, जिसमें सेंसिटिव क्षेत्र में आते हैं कैराना और उन सभी जगह हमारी बाढ़ चौकियां स्टेबल हो गई है। जो कंट्रोल रूम से 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। साथ ही पानी के लेवल को डेली चेक किया जाता है और वाटर लेवल की डेली सूचना भेजी जाती है।
सियासी मियार की रिपोर्ट
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