Sunday , September 22 2024

तमिल समागम की तैयारियों को केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने परखा, दिया दिशा निर्देश..

तमिल समागम की तैयारियों को केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने परखा, दिया दिशा निर्देश..

वाराणसी, । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 17 नवम्बर से तमिल समागम का आयोजन किया गया है। पूरे एक माह चलने वाले तमिल समागम तमिलनाडु के 38 जिलों के करीब 03 हजार लोग भाग लेंगे। 17 नवम्बर से शुरू होकर 18 दिसम्बर तक चलने वाले तमिल समागम में आने वाले मेहमान काशी पुराधिपति की नगरी के साथ राम की नगरी अयोध्या और संगम नगरी प्रयाग में भी भ्रमण करेंगे।

तमिल समागम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए काशी दौरे पर आये केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान शुक्रवार को बड़ालालपुर स्थित पं.दीन दयाल हस्तकला संकुल (ट्रेड फैसिलिटी सेंटर) में पहुंचे। केन्द्रीय मंत्री ने तमिल समागम कार्यक्रम को लेकर टीएफसी सेंटर का निरीक्षण करने के बाद मंडलायुक्त व जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा से तैयारियों के बाबत जानकारी ली। इस दौरान भाजपा काशी क्षेत्र अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, महापौर मृदुला जायसवाल, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष विद्या सागर राय आदि भी मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि सांस्कृतिक नगरी काशी में तमिल कार्तिक माह में तमिल समागम का आयोजन होने वाला है। जहां हर क्षेत्र के विशेषज्ञ सीखने और सीखाने के लिए एकत्रित होंगे। 12 अलग-अलग ग्रुप छात्र, हस्तशिल्पी, साहित्यकार, आध्यात्मिक, व्यावसायी, शिक्षक, हेरिटेज, नव उद्यमी, प्रोफेशनल, मंदिरों से संबंधित, ग्रामीण-कृषक, संस्कृति से सम्बंधित लोग शामिल होंगे। जो सम्बंधित लोगों से इंटरैक्ट करेंगे।

मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि 12 ग्रुप में लगभग 03 हजार लोग तमिलनाडु के 38 जिलों से 18 नवम्बर को वाराणसी आएंगे। एक ग्रुप की यात्रा 8 दिनों की होगी। जिसमें 02 दिनों की यात्रा तमिलनाडु से वाराणसी पहुंचने की होगी। दो दिन वाराणसी में रहेंगे तथा हनुमान घाट पर गंगा स्नान, महाकवि सुब्रमण्यम स्वामी के आवास, काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन, सारनाथ आर्कियोलॉजिकल साइट एंड म्यूजियम, गंगा आरती और 84 घाटों के नाव से अवलोकन और शाम रविदास घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे।

बताया कि वाराणसी के बाद दो दिनों में प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा प्रस्तावित है और फिर दो दिनों की वापसी की यात्रा होगी। इसके लिए तीन ट्रेन एक दो दिन के अंतराल पर प्रति सप्ताह आएगी। कार्यक्रम का नोडल मंत्रालय शिक्षा मंत्रालय है। आईआईटी चेन्नई तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इस कार्यक्रम के नोडल इंस्टिट्यूट है। एक महीने के इस तमिल समागम में करीब 500 कलाकार प्रदर्शनी व कार्यक्रम करेंगे।

बताया कि तमिलनाडु से संबंधित प्रदर्शनी, फ़ूड कोर्ट रविदास पार्क में एक महीने चलेगी तथा इसके घाट पर पूरे एक महीने सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम में अलग-अलग दिन उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और तमिलनाडु के विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे। सभी ग्रुप के वाराणसी के दिन भी निश्चित हो गए है। जिनमें छात्र 19 से 20 नवम्बर, हस्तशिल्पी 22 और 23 नवम्बर, साहित्य 23 व 24 नवम्बर, अध्यात्म 26 से 27 नवम्बर, व्यवसायी 30 नवम्बर से 1 दिसम्बर, शिक्षक 02 दिसम्बर, हेरिटेज 4 व 5 दिसम्बर, नव उद्यमी 7 व 8 दिसम्बर, प्रोफेशनल 8 व 9 दिसम्बर, टेम्पल 10 व 11 दिसम्बर, ग्रामीण-कृषक, 13 व 14 दिसम्बर तथा संस्कृति 15 व 16 दिसम्बर को शामिल होंगे। भ्रमण के दूसरे दिन इन सब ग्रुप के 3 घंटे के विषय संबंधित कार्यक्रम होंगे। जिनमें से 7 कार्यक्रम बीएचयू में, 2 कार्यक्रम श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में और 3 कार्यक्रम ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर में होंगे।

सियासी मियार की रिपोर्ट