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आवासीय मांग छह साल के उच्चतम स्तर पर : नाइट फ्रैंक इंडिया…

आवासीय मांग छह साल के उच्चतम स्तर पर : नाइट फ्रैंक इंडिया…

मुंबई, 05 अक्टूबर। भू-सम्पत्ति बाजार पर अध्ययन एवं परामर्श सेवाएं देने वाली प्रमुख कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया ने बुधवार को अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा कि देश के आठ प्रमुख शहरों में आवासीय मांग इस समय छह साल के उच्च स्तर पर है जिसमें एक करोड़ रुपये या उससे ऊपर के घरों की मांग में तेजी का बड़ा योगदान है।
नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट ‘इंडिया रियल एस्टेट-तीसरी तिमाही, 2023’ में कहा गया है कि जुलाई-सितंबर 2023 के दौरान, इन बाजारों में 82,612 आवासीय इकाइयों की बिक्री दर्ज की गयी जो सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
रिपोर्ट के अनुसार देश में आवासीय अचल संपत्ति बाजार में गतिशील मांग में सुधार का संकेत है और तीसरी तिमाही में बिक्री का झुकाव मुख्य रूप से मध्य और प्रीमियम मूल्य वाली इकाइयों की ओर था। इस दौरान किफायदी श्रेणी के मकानों की बिक्री गिरी और यह खंड संभत: ब्याज दरों के बढ़ने से प्रभावित हुआ है। नाइट फ्रैंक का कहना है संख्या के हिसाब से 2023 की तीसरी तिमाही में तिमाही की बिक्री छह साल का उच्चतम रिकार्ड है।
रिपोर्ट के अनुसार कोलकाता में साल-दर-साल 105 प्रतिशत की उच्चतम वृद्धि देखी गई, जिसका मुख्य कारण 2022 की तीसरी तिमाही के दौरान रियल एस्टेट विनिमयन अधिनियम (रेरा) के चलते स्थानीय बाजार के वातावरण में परिवर्तन के कारण बिक्री कम रही थी। निम्न तुलनात्मक आधार का असर इस बार के कांकड़ों पर झलकता है।
इसी तरह इन आठ बड़े बाजारों में दिल्ली एनसीआर में बिक्री में सालाना आघार पर 27 प्रतिशत तथा पुणे में 20 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि दिखी। शेष बाजारों में तीसरी तिमाही के दौरान वृद्धि का प्रतिशत दस प्रतिशत से नीचे रहा।
रिपोर्ट के अनुसार 2023 की तीसरी तिमाही के दौरान 23 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ, 85,549 इकाइयों की आपूर्ति का स्तर काफी बढ़ गया था क्यों कि डेवलपर कंपनियां मजबूत मांग का फ़ायदा उठाने की कोशिश कर रही थीं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आलोच्य अवधि में एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों की बिक्री एक साल पहले की इसी अवधि से 39 प्रतिशत ऊंची रही। इस दौरान 50 लाख से एक करोड़ रुपये के मध्यम खंड के मकानों का की बिक्री में सालाना आधार पर 14 की वृद्धि रही ।
तीसरी इस तिमाही में एक करोड़ रुपये से अधिक की कीमत वाले कुल 28,642 फ्लैट बिके जबकि 50 लाख – एक करोड़ रुपये की लागत वाले घरों की बिक्री 29,827 इकाई रही ।
रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान किफायती घर की श्रेणी (50 लाख रुपये से कम कीमत वाले मकान) की बिक्री में एक साल पहले से 10 प्रतिशत की गिरावट दिखी। इस खंड में 24,143 मकान बिके।
प्रीमियम संपत्तियों की ओर बढ़ते रुझान के कारण, देश भर में सभी बाजारों में कीमतों का स्तर मांग के अनुरूप बढ़ा, जिसमें हैदराबाद में मकान की दरों में साल-दर-साल 11 प्रतिशत की सबसे महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे समय जबकि रिजर्व बैंक ने नीतिगत ब्याज दर में पिछले साल से इस वर्ष के शुरू के महीनों के दौरान प्रतिशत 2.50 अंक की वृद्धि कर रेपो को 6.5 तक कर दिया है । उसके बावजूद बाजार मजबूत है। ब्याज दर का प्रभाव किफायती श्रेणी की बिक्री पर दिखता है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा,“आवासीय बिक्री में तेजी जारी है और यह कई वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। मजबूत मांग के बीच आपूर्ति के लिए डेवलपर्स द्वारा परियोजनाएं शुरू करने की वजह से मकानों की इन्वेंट्री स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, लेकिन कुल मिलाकर बाजार की सेहत में सुधार हो रहा है। बढ़ी हुई ब्याज दरों और कीमतों का उच्च कीमत के घर खरीदारों पर बहुत कम प्रभाव पड़ा है, लेकिन किफायती श्रेणी गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। इस श्रेणी में मांग को प्रोत्साहित करने और विकास व्यवहार्यता बढ़ाने के लिए और हस्तक्षेप की आवश्यकता है।

सियासी मीयार की रिपोर्ट”