म्यांमा की सैन्य सरकार ने 76 ग्रामीणों की हत्या करने के आरोपों को किया खारिज.

बैंकॉक, 06 जून । म्यांमा की सैन्य सरकार के प्रवक्ता ने, सेना के जवानों और उनके स्थानीय सहयोगियों द्वारा पिछले सप्ताह पश्चिमी राज्य रखाइन के एक गांव में घुसकर 76 लोगों को मार डालने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। सरकारी मीडिया ने बुधवार को यह जानकारी दी।
रखाइन म्यांमा में चल रहे गृह युद्ध का केंद्र बन गया है। दक्षिण एशियाई देश में लोकतंत्र समर्थक गुरिल्ला और जातीय अल्पसंख्यक सशस्त्र बल देश के सैन्य शासकों से लड़ रहे हैं, जिन्होंने 2021 में सेना द्वारा आंग सान सू की निर्वाचित सरकार का तख्तापलट करने के बाद सत्ता संभाली थी।
म्यामां में चल रहे गृह युद्ध के कारण अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ फिर से हिंसा शुरू होने की आशंका पैदा हो गई है। 2017 में करीब 740,000 रोहिंग्याओं को सुरक्षा के लिए पड़ोसी देश बांग्लादेश भागना पड़ा था।
‘अराकान आर्मी’ ने उत्तरी रखाइन के बायिन फ्यू गांव में नरसंहार का आरोप लगाया है। यह एक जातीय सशस्त्र संगठन है जो पिछले साल नवंबर से रखाइन में सेना की चौकियों पर हमला कर रहा है। उन्होंने रखाइन के 17 में से नौ शहरों तथा निकटवर्ती चिन राज्य के एक शहर पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है।
इस सशस्त्र जातीय संगठन का आरोप है कि सेना के जवानों और उनके स्थानीय सहयोगियों द्वारा पिछले सप्ताह पश्चिमी राज्य रखाइन के एक गांव में घुसकर 76 लोगों को मार डाला। सैन्य सरकार के प्रवक्ता ने इन आरोपों को गलत बताया है।
सियासी मियार की रीपोर्ट
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