भारत में कोविड-19 के 22,270 नए मामले, 325 मरीजों की मौत…
नई दिल्ली, 19 फरवरी । भारत में शनिवार को 22,270 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के कारण महामारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,28,02,505 हो गयी है जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 2,53,739 रह गयी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 325 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,11,230 हो गयी है। कोविड-19 के दैनिक मामलों की संख्या लगातार 13वें दिन एक लाख से कम है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.59 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर 98.21 फीसदी हो गयी है।
मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 38,353 की कमी दर्ज की गयी। संक्रमण की दैनिक दर 1.80 फीसदी जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 2.50 प्रतिशत दर्ज की गयी। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,20,37,536 हो गयी है। मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 रोधी टीकों की 175.03 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ के पार और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए।
आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस बीमारी से जिन 325 और लोगों की मौत हुई है उनमें से 191 की केरल में और 19 लोगों की मौत कर्नाटक में हुई है। देश में अभी तक इस महामारी से 5,11,230 लोग जान गंवा चुके हैं। इनमें से 1,43,547 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 63,529 की केरल में, 39,757 की कर्नाटक, 37,970 की तमिलनाडु, 26,095 की दिल्ली, 23,424 की उत्तर प्रदेश और 21,107 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।
सियासी मीयार की रिपोर्ट