इण्डिया गेट, राष्ट्रपति भवन और अब राम मंदिर भी राजस्थान के पत्थरों से बन रहा है : गहलोत…
जयपुर, । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान के पत्थर व्यवसाय का लम्बा इतिहास रहा है। दिल्ली का इण्डिया गेट, राष्ट्रपति भवन और अब राम मंदिर भी राजस्थान के पत्थरों से ही बन रहा है। गहलोत गुरुवार को इण्डिया स्टोनमार्ट-2022 के 11वें संस्करण के उद्घाटन समारोह को सीतापुरा स्थित जेईसीसी में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शुरू में राम मंदिर में काम आ रहा राजस्थान का पत्थर लीगल माइनिंग का नहीं था, विहिप के नेता मुझझे मिले और मैंने उनसे कहा-राम मंदिर का निर्माण लीगल माइनिंग से होना चाहिए। बाद में राज्य सरकार और केन्द्र ने मिलकर नियम बनाए और अब लीगल माइनिंग से राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट राजस्थान समिट से प्रदेश में निवेश के प्रति अच्छा माहौल बना है।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार अवैध खनन के प्रति गंभीर है तथा निरंतर अभियान चलाकर इस पर रोक लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खनन विभाग और पर्यावरण विभाग को मिलकर एक ऐसी व्यवस्था विकसित करनी चाहिए, जिससे खनन कार्य में आ रही परेशानियां तुरंत दूर हो सकें। गहलोत ने कहा कि रीको की ओर से ब्लॉक स्तर पर औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। राज्य सरकार की प्रभावशाली औद्योगिक नीतियों के कारण ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ की तर्ज पर प्रदेश में राजस्थान इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स का गठन होगा। पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से भी राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है।
डॉक्टर सिलिकोसिस बीमारी का इलाज टीबी समझ कर देते थे
गहलोत ने सिलिकोसिस बीमारी की चर्चा करते हुए कहा कि खनन में काम करने वाले लोग सिलिकोसिस बीमारी की चपेट में आकर असमय ही मौत के शिकार हो जाते हैं। पहले तो सिलिकोसिस बीमारी का इलाज डॉक्टर टीबी की बीमारी जानकर कर देते थे, लेकिन अब बीमारी का सही इलाज हो रहा है।
अखिल भारतीय स्टोन आर्किटेक्चर अवॉर्ड का भी किया वितरण
पत्थर उद्योग के विकास में योगदान के लिए आरके गु्रप के अशोक पाटनी, जेम गु्रप के आर. वीरमणी और राजस्थान उद्योग के अरूण कुमार अग्रवाल को सी.डॉस लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। अखिल भारतीय स्टोन आर्किटेक्चर अवॉर्ड का भी वितरण किया गया।
तेजी से विकसित हो रहा ग्रेनाइट उद्योग : रावत
उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि राजस्थान पहले कभी सिर्फ मार्बल और सेंडस्टोन के लिए ही जाना जाता था। पिछले 10 वर्षों में जालोर, किशनगढ़, चित्तौड़गढ़, राजसमन्द और उदयपुर आदि क्षेत्रों में बड़े स्तर पर ग्रेनाइट की खनन और प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित होने से ग्रेनाइट उद्योग तेजी से विकसित हुआ है। मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि इण्डिया स्टोनमार्ट की रूपरेखा मुख्यमंत्री गहलोत के पहले कार्यकाल में वर्ष 2000 में बनी थी। रीको के अध्यक्ष कुलदीप रांका ने कहा कि देश के पत्थर उत्पादन में राजस्थान की 70 फ ीसदी भागीदारी है। इस अवसर पर राजस्थान लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग वीनू गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव खनन सुबोध अग्रवाल, फि क्की के चैयरमैन अशोक कजारिया, सी.डॉस के मुकुल रस्तोगी, रीको के प्रबंध निदेशक शिवप्रसाद नकाते सहित अन्य अधिकारी एवं उद्योग जगत के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सियासी मियार की रिपोर्ट