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यूरिक एसिड की देसी दवा हैं ये काले बीज, 1 हफ्ते में बाहर निकल जाएंगे खून, जोड़ों और किडनी में जमा कंकड़..

यूरिक एसिड की देसी दवा हैं ये काले बीज, 1 हफ्ते में बाहर निकल जाएंगे खून, जोड़ों और किडनी में जमा कंकड़..

बढ़े हुए यूरिक एसिड की समस्या से कई लोग परेशान रहते हैं। जब किसी वजह से किडनी की फिल्टर यानी छानने की क्षमता कम हो जाती है, तो यूरिया, यूरिक एसिड में परिवर्तित हो जाता है और हड्डियों के बीच में जमा हो जाता है। यूरिक एसिड बढ़ना कई बार गंभीर दर्द का कारण बन जाता है।

यूरिक एसिड की प्रॉब्लम में कई बार घरेलू उपचार बहुत काम आते हैं, जिसमें से एक कलौंजी का पानी भी है। कलौंजी का पानी यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन इसका उपचार के तौर पर केवल सीमित मात्रा में ही सेवन किया जाना चाहिए।

यूरिक एसिड कम करने के उपाय? यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और सही चिकित्सक भी बहुत जरूरी है। कलौंजी का पानी यूरिक एसिड की समस्या को कम करने के साथ कई अन्य बीमारियों में भी फायदेमंद है।

यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण

उठने-बैठने में परेशानी होना
जोड़ों में दर्द होना
उंगलियों में सूजन आना
जोड़ों में गांठ की शिकायत होना
पैरों और हाथों की उंगलियों में चुभन वाला दर्द
जल्दी थकना

यूरिक एसिड में कलौंजी के पानी के लाभ
एक रिपोर्ट के अनुसार, कलौंजी एक ऐसा मसाला है जिसमें एंटी डायबिटिक और एंटी यूरिक एसिड गुण होते हैं। इसका पानी शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को उत्तेजित करता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं और यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट गुणों का भंडार
कलौंजी में थाइमो क्विनोन नामक यौगिक होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह शरीर को फ्री रेडिकल के डैमेज से बचाता है, जो यूरिक एसिड के उच्च स्तर का कारण बन सकते हैं।

बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक
कलौंजी का पानी शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है, जिससे इन्फेक्शन और संक्रमण शरीर से बाहर निकलता है और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

कलौंजी के पानी का सेवन कैसे करें
इसके लिए एक चम्मच कलौंजी के बीज को एक गिलास पानी में रात भर भिगो दें। फिर सुबह खाली पेट इस पानी का सेवन करें। आप चाहें तो बीजों को चबाकर भी खा सकते हैं।इसका सेवन नियमित करें।

(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।)

सियासी मियार की रीपोर्ट