उपन्यासः ‘सुगंधा- एक सिने सुंदरी की त्रासद कथा’,.. युवा उपन्यासकार मुरारी गुप्ता अपने पहले उपन्यास ‘सुगंधा- एक सिने सुंदरी की त्रासद कथा’ के जरिए पाठकों को रोमांचित करने और गुदगुदाने में कामयाब होते नजर आते हैं। सिनेमा जगत को आधार बनाकर रचा उनका यह उपन्यास पाठकों के लिए बिलकुल ताजगी …
Read More »जीवनशैली
कविता : अद्भुत कोलाहल कल-कल निनाद..
कविता : अद्भुत कोलाहल कल-कल निनाद.. हे नीरेश्वरी, हे सुरसरि, हे गंगा,कल-कल स्वर से गामिनी गंगा,विष्णु-पाद, और शिव-जटा सेआई धरा पर पावन करती गंगा। ब्रह्मा, विष्णु और महेश की स्तुतिसंग भगीरथ ने की भीषण तपस्याहुआ मनोरथ पूर्ण सभी लोगों का,मानो पूर्णिमा बन गई आमवस्या। अद्भुत कोलाहल कल-कल निनादसंग चन्द्रमौलि जटा …
Read More »आशावाद भी गायब..
आशावाद भी गायब.. जहां युवा बेरोजगारी असामान्य रूप से ऊंची हो और खाद्य मुद्रास्फीति लगातार आठ प्रतिशत से ऊपर हो, वहां कैसी जिंदगी की कल्पना की जा सकती है? अप्रैल के जारी ताजा आंकड़ों में भी खाद्य मुद्रास्फीति 8.7 प्रतिशत दर्ज हुई है।कुवैत में विदेशी मजदूरों के एक रहवास में …
Read More »तीसरे कार्यकाल में शासन की निरंतरता बनी रहे..
तीसरे कार्यकाल में शासन की निरंतरता बनी रहे.. -अजीत द्विवेदी- नरेंद्र मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री अपने तीसरे कार्यकाल में शासन की निरंतरता जारी रखी है। केंद्र सरकार के सभी अहम मंत्रालयों में पुराने मंत्रियों की वापसी हुई है। राजनाथ सिंह प्रतिरक्षा संभालते रहेंगे तो देश की आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा …
Read More »26 मुस्लिम सांसद निर्वाचित जो बेहद कम..
26 मुस्लिम सांसद निर्वाचित जो बेहद कम.. -जाहिद खान- देश में हर आम चुनाव में मुस्लिमों की नुमाइंदगी आहिस्ता-आहिस्ता कम होती चली जा रही है। 18वीं लोक सभा में मुसलमानों की नुमाइंदगी देखें, तो 543 सांसदों वाले सदन में इस मर्तबा कुल 26 मुस्लिम सांसद ही निर्वाचित हुए हैं जो …
Read More »विधायकों के लिये नये निवास: पर किस कीमत पर..
विधायकों के लिये नये निवास: पर किस कीमत पर.. -एल.एस. हरदेनिया- इस समय मध्यप्रदेश में मंत्रियों तथा विधायकों के निवास को लेकर विवाद चल रहा है। शासन इनके लिये नये बंगलों के निर्माण की योजना बना रहा है। इन बंगलों के निर्माण के लिये जितनी भूमि की आवश्यकता है उसे …
Read More »अधिक ऋण के बोझ तले वैश्विक अर्थव्यवस्था कहीं चरमरा तो नहीं जाएगी ..
अधिक ऋण के बोझ तले वैश्विक अर्थव्यवस्था कहीं चरमरा तो नहीं जाएगी .. -प्रहलाद सबनानी- विश्व के समस्त नागरिकों एवं विभिन्न संस्थानों पर लगभग 320 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर का ऋण है। कुल ऋण की उक्त राशि में विभिन्न देशों की सरकारों के ऋण एवं नागरिकों के व्यक्तिगत ऋण भी …
Read More »अहम मंत्रालय है पंचायती राज..
अहम मंत्रालय है पंचायती राज.. -संजय गोस्वामी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में शामिल सभी मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया गया है. विपक्षी दलो द्वारा ये कहा गया कि बीजेपी ने अपने सहयोगी दलो को बेकार मंत्रालय दे दिया है मोदी कैबिनेट मेंशामिल बिहार के 8 मंत्रियों …
Read More »अंतर्राष्ट्रीय पिता दिवस (16 जून, 2024) : दुनियां में मेरी पहचान आपसे है पिताजी..
अंतर्राष्ट्रीय पिता दिवस (16 जून, 2024) : दुनियां में मेरी पहचान आपसे है पिताजी.. -एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी- वैश्विक स्तरपर करीब करीब हर देश में मानवीय संबंधों के परिवार में, एक ऐसा व्यक्तित्व सदस्य होता है, जिसके कर्तव्यों, जिम्मेदारियों, संघर्षों, त्याग, बलिदान और कुर्बानियों पर उसी के परिवार खास करके …
Read More »अंतर्राष्ट्रीय पिता दिवस (16 जून, 2024) : पिता-पुत्र के संबंधों की संस्कृति को जीवंत बनाएं
अंतर्राष्ट्रीय पिता दिवस (16 जून, 2024) : पिता-पुत्र के संबंधों की संस्कृति को जीवंत बनाएं -ललित गर्ग- किसी के भी जीवन में पिता की क्या भूमिका होती है, इसे शब्दों में बयां करने की भी जरूरत नहीं है। पिता हर संतान के लिए एक प्रेरणा हैं, एक प्रकाश हैं और …
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