सोशल मीडिया के जरिए अपने परिवार से मिली लापता नेपाली महिला…

कानपुर, 26 जनवरी । 50 वर्षीय नेपाली महिला लगभग 10 साल बाद सोशल मीडिया के जरिए अपने परिवार से मिली। नेपाल में बिंद्रासैनी जिले के एक सुदूर दाईलेख गांव की रहने वाली पुर्नकला ने 10 साल पहले अपने पति की मौत के बाद मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण घर छोड़ दिया था। हालांकि, पुर्नकला को दो महीने पहले मैनपुरी जिले में एक नेपाली चौकीदार वासुदेव ने देखा था।
वासुदेव ने अपनी तस्वीर और विवरण सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जो नेपाल पहुंच गया। उनका बेटा, महेश और बेटी सुष्मिता, संदेश भर में आए और मैनपुरी आए और उसकी पहचान की। वे सोमवार को अपनी मां को वापस नेपाल ले गए। चौकीदार का काम करने वाले वासुदेव ने करीब दो महीने पहले मैनपुरी जिले के किसनी में एक बस स्टैंड के पास लापता महिला को घूमते हुए देखा था। उन्होंने उससे बातचीत की तो उसने अपने बारे में जानकारी दी। वासुदेव ने उनकी फोटो क्लिक की और सोशल मीडिया पर शेयर कर दी।
इसी बीच महिला फिर किसनी से गायब हो गई। सोशल मीडिया से मिली जानकारी के आधार पर नेपाल से आए बेटे और बेटी समेत महिला के परिजन किसनी पहुंचे। इसके बाद काफी तलाश की गई लेकिन महिला नहीं मिली। उसके परिवार वालों ने इलाके में महिला के पोस्टर लगा दिए। आखिरकार दो दिन पहले जिले के बेवर इलाके में महिला को देखा गया।
वहीं रहने वाले एक अन्य नेपाली व्यक्ति ने पोस्टर में दिए नंबर पर महिला की मौजूदगी की जानकारी दी। उनके बेटे और बेटी ने वासुदेव से संपर्क किया और दोनों बच्चे अपनी मां से मिले और बाद में उनके साथ नेपाल चले गए। उनके बेटे महेश और बेटी सुष्मिता ने कहा, हम मां को जीवित देखकर बहुत खुश हैं और वासुदेव के आभारी हैं, जिन्होंने हमें उनका पता लगाने में मदद की।
सियासी मियार की रिपोर्ट
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