तीन प्रारूपों के समय में मैंने सौ टेस्ट खेले, अगली पीढ़ी मेरे करियर से यह सीख ले सकती है : कोहली…

मोहाली, 04 मार्च । सौ टेस्ट खेलने वाला सिर्फ 12वां भारतीय क्रिकेटर बनने की उपलब्धि हासिल करने वाले विराट कोहली ने शुक्रवार को कहा कि वह चाहते हैं कि ‘अगली पीढ़ी’ इस तथ्य से प्रेरणा ले कि वह बेहद व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के बीच तीनों प्रारूपों में खेलने के बावजूद यह उपलब्धि हासिल कर पाए।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस स्टार क्रिकेटर को शुक्रवार को यहां उनके 100वें टेस्ट के मौके पर सम्मानित किया। कोहली ने यहां श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए उतरकर यह उपलब्धि हासिल की।
मुख्य कोच राहुल द्रविड़ द्वारा सम्मानित किए जाने के बाद कोहली ने कहा, ‘‘वर्तमान समय में हम तीनों प्रारूपों और आईपीएल में जितना क्रिकेट खेल रहे हैं उसे देखते हुए अगली पीढ़ी मेरे से यह सीख ले सकती है कि मैंने शीर्ष प्रारूप में 100 मैच खेले।’’
जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से जुड़ी पाबंदियों के कारण द्रविड़ ने कोहली को स्मारिका कैप और चमचमाता स्मृति चिन्ह सौंपा।
इस दौरान कोहली की अभिनेत्री पत्नी अनुष्का शर्मा और भाई विकास कोहली भी स्टैंड में मौजूद थे।
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह, कोषाध्यक्ष अरूण धूमल और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला भी इस दौरान मौजूद थे।
कोच द्रविड़ ने लंबे समय तक खेलने की कोहली की क्षमता की सराहना की और उसे ‘दोगुना करने’ को कहा।
कोहली ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए विशेष लम्हा है। मेरी पत्नी यहां हैं और मेरा भाई भी। सभी को काफी गर्व है। यह टीम खेल है और यह आपके बिना संभव नहीं हो पाता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बीसीसीआई को भी धन्यवाद।’’
कोहली यह उपलब्धि हासिल करने वाले 12वें भारतीय क्रिकेटर हैं। उनसे पहले पहले सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली, हरभजन सिंह और इशांत शर्मा 100 टेस्ट खेलने की उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
सियासी मियार की रिपोर्ट
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