इंडियन वेल्स के फाइनल में पहुंचे नडाल
कैलिफ़ोर्निया, 20 मार्च तीन बार के इंडियन वेल्स चैम्पियन राफेल नडाल रविवार को अपने ही देश के कार्लोस एलकराज़ को 6-4, 4-6, 6-3 से हराकर टूर्नामेंट के फायलन में प्रवेश कर लिया है। स्पेन के नडाल का फाइनल में अमेरिका के टेलर फ्रिट्ज से मुकाबला होगा। नडाल ने कोर्ट पर साक्षात्कार में कहा, “मैं फाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं।” उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है, और मैं इसी तरह का प्रदर्शन करता रहूंगा।” नडाल ने इस सीजन अब तक खेले गए 20 के 20 मुकाबले जीते हैं। नडाल और कार्लोस के बीच हुआ मैच दो पीढ़ियों के बीच हुए मुकाबले जैसा था क्योंकि कार्लोस सिर्फ 18 साल के हैं। पिछले साल मेड्रिड ओपन में नडाल के हाथों 6-1, 6-2 से हारने वाले कार्लोस ने इस बार काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपने बचपन के हीरो नडाल को काफी अच्छी चुनौती दी। एरिना में मौजूद दर्शक भी नडाल का समर्थन तो कर ही रहे थे लेकिन पूरे मैच में सभी ने युवा कार्लोस की जमकर हौसला अफजाई की। नडाल इससे पहले 4 बार इंडियन वेल्स के फाइनल में जा चुके हैं और तीन बार- साल 2007, 2009 और 2013 में वो खिताब जीत चुके हैं जबकि 2011 में नडाल नोवाक जोकोविच के हाथों फाइनल में हारे थे। ऐसे में इस बार चौथा खिताब जीतने का मौका नडाल के पास है। यही नहीं, नडाल अगर फाइनल जीतते हैं तो सबसे ज्यादा 37 एटीपी 1000 मास्टर्स खिताब जीतने का नोवाक जोकोविच का रिकॉर्ड भी बराबर कर लेंगे। 24 साल के टेलर फ्रिट्ज ने रुब्लेव के खिलाफ पहले सेट में चुनौती का सामना किया लेकिन जीत आखिरकार अपने नाम कर ली। फ्रिट्ज से पहले 2012 में जॉन इश्नर आखिरी अमेरिकी खिलाड़ी थे जो पुरुष सिंगल्स के फाइनल में खेला हो। यही नहीं फ्रिट्ज के पास एक और इतिहास बनाने का मौका है क्योंकि 2001 के बाद कोई अमेरिकी पुरुष खिलाड़ी इंडियन वेल्स का खिताब नहीं जीत पाया है। तब आंद्रे आगासी ने पीट सैम्प्रास को ऑल अमेरिकन फाइनल में हराया था।
सियासी मियार की रिपोर्ट