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कर्नाटक के साथ सीमा विवाद पर महाराष्ट्र विधानसभा में मंगलवार को प्रस्ताव पेश किया जाएगा : शिंदे..

कर्नाटक के साथ सीमा विवाद पर महाराष्ट्र विधानसभा में मंगलवार को प्रस्ताव पेश किया जाएगा : शिंदे..

नई दिल्ली, । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह कर्नाटक के विवादित सीमा क्षेत्र में रहने वालों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए मंगलवार को राज्य विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश करेंगे।

शिंदे ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा, जिन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में उनकी यात्रा की आलोचना की थी और मांग की है कि कर्नाटक के मराठी भाषी क्षेत्रों को केंद्र शासित क्षेत्र घोषित किया जाए। शिंदे ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें दूसरों से कोई सीख लेने की जरूरत नहीं है। हम सीमा क्षेत्र में रहने वालों के साथ मजबूती से खड़े हैं। हम कल (मंगलवार) विधानसभा में इस आशय का प्रस्ताव ला रहे हैं।’’

वीर बाल दिवस समारोह में भाग लेने के लिए दिल्ली आए शिंदे की यह टिप्पणी ऐसे वक्त आई जब सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने एक प्रस्ताव की मांग की।

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन को आश्वासन दिया कि सीमा विवाद पर एक या दो दिन में एक प्रस्ताव पेश किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता फडणवीस ने कहा, ‘‘हम एक इंच के लिए भी लड़ेंगे। हम कर्नाटक में मराठी भाषी आबादी के न्याय के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, करेंगे।’’

कर्नाटक विधानसभा ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई द्वारा राज्य के हितों की रक्षा के लिए सीमा विवाद पर एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया था। भाजपा कर्नाटक के साथ-साथ महाराष्ट्र में भी सत्ता में है, जहां वह शिवसेना के शिंदे नेतृत्व वाले गुट के साथ गठबंधन में है।

वीर बाल दिवस समारोह में शिरकत करने के बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से उनके आवास पर मुलाकात की। ठाकरे की आलोचना पर शिंदे ने दावा किया कि पिछली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार ने कर्नाटक के साथ महाराष्ट्र से लगे सीमावर्ती गांवों में कुछ सरकारी योजनाओं को बंद कर दिया था।

दिल्ली यात्रा के बारे में ठाकरे की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा, ‘‘हमने 2,000 करोड़ रुपये की म्हैसाल विस्तार योजना को मंजूरी दी। एकनाथ शिंदे को सीमा मुद्दे पर आंदोलन में भाग लेने के लिए जेल की सजा का सामना करना पड़ा।’’

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ठाकरे को कोई भी फैसला सुनाने से पहले उनके दिल्ली दौरे के मकसद को समझना चाहिए। शिंदे ने कहा, ‘‘मैं यहां गुरु गोबिंद सिंह के बेटों जोरावर सिंह और फतेह सिंह के बलिदान की याद में केंद्र सरकार द्वारा आयोजित वीर बाल दिवस समारोह में भाग लेने आया था।’’ साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और पंजाब के मुख्यमंत्री विशेष आमंत्रित सदस्य थे।

सियासी मियार की रिपोर्ट