त्रिपुरा में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से हिंसा का दौर जारी…

अगरतला, 19 जनवरी। त्रिपुरा में विधानसभा चुनावों की घोषणा के तुरंत बाद हिंसा की घटनाओं का दौर जारी है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार द्वारा हिंसा को कतई बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी के बाद पिछले 12 घंटों में राज्य के विभिन्न हिस्सों से हत्या सहित हिंसा की कम से कम पांच घटनाएं हुईं। पुलिस ने अब तक दो घटनाओं में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इन घटनाओं से भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के शून्य चुनाव हिंसा मिशन को चोट पहुंची है।
इन सभी घटनाओं में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विपक्षी कांग्रेस, सीपीएम और टिपरा मोथा ने साजिश रचने का आरोप लगाया गया है, लेकिन आरोपी के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
पुलिस ने कांग्रेस के दो लोगों को सिपाहीजाला जिले के विशालगढ़ में एक पुराने मामले में पार्टी की रैली से लौटते समय गिरफ्तार किया है।
पूर्वी अगरतला के मजलिसपुर निर्वाचन क्षेत्र में दोपहर में भाजपा के बदमाशों द्वारा किए गए चार हमलों में एआईसीसी सचिव डॉ अजॉय कुमार सहित कम से कम 32 लोग घायल हो गए। दक्षिण त्रिपुरा के राजनगर निर्वाचन क्षेत्र के बरपथरी इलाके में भाजपा के बदमाशों द्वारा एक रैली में भाग लेकर घर लौट रहे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पांच कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया।
पुलिस ने हमले के सिलसिले में कांग्रेस और भाजपा के एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्राणजीत नामशूद्र (44) को गंभीर हालत में धलाई जिले के सूरमा विधानसभा क्षेत्र के दुर्गा चौमुहानी इलाके से आधी रात को अस्पताल लेकर गई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
टिपरा नेता प्रणजीत ने मंगलवार को इलाके में भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं के खिलाफ धमकी देने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बुधवार शाम को घर लौट रहे प्राणजीत पर बदमाशों ने हमला कर दिया। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) किरण गिट्टे ने दावा किया कि प्रत्येक घटना में प्राथमिकी दर्ज की गई है और पुलिस को कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में पर्याप्त केंद्रीय पुलिस बल तैनात किया गया
सियासी मीयर की रिपोर्ट
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