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‘मिशन रानीगंज’ दिल और दिमाग पर एक अमिट छाप छोड़ती है : निर्माता दीपशिखा देशमुख..

‘मिशन रानीगंज’ दिल और दिमाग पर एक अमिट छाप छोड़ती है : निर्माता दीपशिखा देशमुख..

मुंबई, 06 जनवरी । पूजा एंटरटेनमेंट ‘मिशन रानीगंज : द ग्रेट भारत रेस्क्यू’ की शानदार सफलता का जश्न मना रहा है। यह फिल्म टीनू सुरेश देसाई द्वारा निर्देशित और पूजा एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित है। पिछले साल रिलीज फिल्म ने दर्शकों और आलोचकों के दिलों पर अपनी अलग छाप छोड़ी। इसने साल की सबसे महत्वपूर्ण और प्रासंगिक फिल्म के रूप में अपनी जगह पक्की कर ली है और नेटफ्लिक्स पर ग्लोबल रैकिंग में भी टॉप पर है।..

‘मिशन रानीगंज’ 1989 में पश्चिम बंगाल में रानीगंज कोयले की खान में फंसे 65 मजदूरों को बाहर निकालने वाले जाबाज माइनिंग इंजीनियर जसवंत सिंह गिल की बायोपिक है। फिल्म में अक्षय कुमार और परिणीति चोपड़ा की जोड़ी देखने को मिली।

फिल्म के बारे में बात करते हुए पूजा एंटरटेनमेंट की निर्माता दीपशिखा देशमुख ने कहा, “मुझे ‘मिशन रानीगंज’ और इसके गहरे प्रभाव पर अविश्वसनीय रूप से गर्व है। ‘मिशन रानीगंज’ स्क्रीन और दिल-दिमाग पर एक अमिट छाप छोड़ती है।”

“एक निर्माता के रूप में, दर्शकों के बीच इसका प्रभाव देखकर, फिल्म मुझे बेहद गर्व से भर देती है। मैं इस परिवर्तनकारी यात्रा का हिस्सा बनने के अवसर के लिए आभारी हूं। मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म कई लोगों के दिलों को छूती रहेगी, बदलाव के लिए प्रेरित करेगी और ऐसे संबंध को बढ़ावा देगी, जो स्क्रीन से बहुत परे है।”

पूजा एंटरटेनमेंट प्रभावशाली और सामाजिक रूप से प्रासंगिक फिल्में देने में गर्व महसूस करता है, और ‘मिशन रानीगंज’ उस प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। यह फिल्म न केवल रानीगंज कोलफील्ड्स हादसे के गुमनाम नायकों को श्रद्धांजलि देती है, बल्कि विपरीत परिस्थितियों में मानवीय भावना की ताकत की याद भी दिलाती है।

‘मिशन रानीगंज : द ग्रेट भारत रेस्क्यू’ ने पारंपरिक कहानी कहने की सीमाओं को पार करते हुए सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी है। अक्षय कुमार और परिणीति चोपड़ा के सम्मोहक अभिनय के साथ-साथ टीनू सुरेश देसाई के कुशल निर्देशन ने फिल्म की सफलता में योगदान दिया है।

जैसे-जैसे प्रशंसाएं मिल रही हैं, पूजा एंटरटेनमेंट ‘मिशन रानीगंज’ को एक बड़ी सफलता बनाने के लिए दर्शकों के प्रति अपना आभार व्यक्त करता है। फिल्म का प्रभाव मनोरंजन से परे है, जो संघर्ष और साहस की याद दिलाता है जो मानवीय अनुभव को परिभाषित करता है।

सियासी मियार की रीपोर्ट