Sunday , September 22 2024

चुनाव.

चुनाव.

-शंकर सिंह-

सारे मुद्दे
अब
चुनावी शोर के मध्य
कही भटक जायेंगे
या सीमित हो जायेंगे
भाषणों तक
या किसी कागज पर
लिखें जायेंगे
असल में अब
राष्ट्र प्रेम का
ढकोसला
और
चुनावी उन्माद
बिखरा हुआ मिलेगा
चारों ओर
सावधान लोकतंत्र के
वोटरों
चुनावी दौर आ रहा है
सारी पार्टियां
एकजुट होकर
चुनावों में उतरेगी
हम ही होंगे
जो अलग थलग होकर
लड़ते रहेंगे
धर्म जाति
और पार्टियों के झण्डों को
कंधे में उठाये
असल में लोकतंत्र
हमसे ही शुरू होना है
ये समझना जरुरी है।।

सियासी मियार की रीपोर्ट